मिशन संगम के तहत दस लोगों को आवंटित हुआ भूखंड लाटरी के जरिए दस आवेदकों को मिला फायदालंबे इंतजार के बाद अगर मिलने वाला फल मीठा हो तो सारी पीड़ा मिट जाती है. ठीक यही पीडीए के उन आवेदकों के साथ हुआ जिन्होंने दो साल पहले कसारी मसारी आवास योजना में प्लाट बुक कराया था और बाद में पता चला कि जमीन विवादित है. इसके बाद उनके दिल की धड़कन थम गई. काफी पैसा जमा हो चुका था. पजेशन नही मिला था. ऐसे में पीडीए ने उनको वादा किया कि दूसरी जगह पर उनको प्लाट आवंटित किया जाएगा. शनिवार को मिशन संगम योजना के तहत लाटरी सिस्टम से ऐसे ही दस आवेदकों को परिवर्तित भूखंड दिया गया. आवेदकों का कहना था कि नई लोकेशन पुरानी से कई गुना बेहतर है. इसलिए उनको इंतजार का दुख नही है बल्कि बेहतर मिलने की खुशी है. जानिए क्या रही प्लाट मिलने के बाद उनकी प्रतिक्रिया....

प्रयागराज (ब्यूरो)। नियमानुसार 25 फीसदी भुगतान के बाद हमें पजेशन दे देना चाहिए था। बाद में पता चला कि जमीन विवादित है। इससे मैं और मेरा परिवार चिंतित हो गया। बाद में पीडीए ने कहा कि इसकी जगह परिवर्तित भूखंड उपलब्ध कराया जाएगा। तब जाकर आस जगी। शनिवार को मिशन संगम योजना के तहत लाटरी के जरिए मुझे नाटे तिराहा कसारी मसारी रोड पर दूसरा प्लाट दिया गया है। वह भी ऑन रोड है। इससे हमें फायदा हुआ है।
सरोज कश्यप, एडवोकेट इलाहाबाद हाईकोर्ट

आज लाटरी में नाम आने के बाद पता चला कि जो प्लाट दिया जा रहा है वह कसारी मसारी आवास योजना के प्लाट से दो से तीन गुना बेहतर है। यह डेवलप्ड एरिया है और बगल में लॉ यूनिवर्सिटी बन रही है। जल्द ही पजेशन भी मिल जाएगा। घरवालों को भी आज बेहद खुशी हुई है। क्योंकि दो साल से सभी परेशान थे। हमें 1830000 का प्लाट पड़ा है और इसका क्षेत्रफल 60 वर्गमीटर है।
भानु प्रकाश वर्मा, एडवोकेट इलाहाबाद हाईकोर्ट

दो साल काफी इंतजार करना पड़ा और अब जब भूखंड मिला है वह जमीन काफी बेहतर है। अब बस पजेशन मिलने का इंतजार है। जिन लोगों ने भी आवास योजना में आवेदन किया था उनका भुगतान लगभग पूरा होने वाला है और सभी को बेसब्री से जमीन मिलने का इंतजार था।
- नीरज सिंह, एडवोकेट इलाहाबाद


जिन लोगों को मिशन संगम योजना के तहत भूखंड मिला है वह काफी खुश थे। उनको बेहतर लोकेशन पर जमीन दी गई है। वह भी पुराने रेट पर। इससे लोगों का पीडीए पर भरोसा अधिक मजबूत होगा।
अजीत कुमार सिंह, सचिव, पीडीए प्रयागराज

Posted By: Inextlive