दो साल बाद
प्रयागराज (ब्यूरो)। नियमानुसार 25 फीसदी भुगतान के बाद हमें पजेशन दे देना चाहिए था। बाद में पता चला कि जमीन विवादित है। इससे मैं और मेरा परिवार चिंतित हो गया। बाद में पीडीए ने कहा कि इसकी जगह परिवर्तित भूखंड उपलब्ध कराया जाएगा। तब जाकर आस जगी। शनिवार को मिशन संगम योजना के तहत लाटरी के जरिए मुझे नाटे तिराहा कसारी मसारी रोड पर दूसरा प्लाट दिया गया है। वह भी ऑन रोड है। इससे हमें फायदा हुआ है।
सरोज कश्यप, एडवोकेट इलाहाबाद हाईकोर्ट
आज लाटरी में नाम आने के बाद पता चला कि जो प्लाट दिया जा रहा है वह कसारी मसारी आवास योजना के प्लाट से दो से तीन गुना बेहतर है। यह डेवलप्ड एरिया है और बगल में लॉ यूनिवर्सिटी बन रही है। जल्द ही पजेशन भी मिल जाएगा। घरवालों को भी आज बेहद खुशी हुई है। क्योंकि दो साल से सभी परेशान थे। हमें 1830000 का प्लाट पड़ा है और इसका क्षेत्रफल 60 वर्गमीटर है।
भानु प्रकाश वर्मा, एडवोकेट इलाहाबाद हाईकोर्ट
दो साल काफी इंतजार करना पड़ा और अब जब भूखंड मिला है वह जमीन काफी बेहतर है। अब बस पजेशन मिलने का इंतजार है। जिन लोगों ने भी आवास योजना में आवेदन किया था उनका भुगतान लगभग पूरा होने वाला है और सभी को बेसब्री से जमीन मिलने का इंतजार था।
- नीरज सिंह, एडवोकेट इलाहाबाद
जिन लोगों को मिशन संगम योजना के तहत भूखंड मिला है वह काफी खुश थे। उनको बेहतर लोकेशन पर जमीन दी गई है। वह भी पुराने रेट पर। इससे लोगों का पीडीए पर भरोसा अधिक मजबूत होगा।
अजीत कुमार सिंह, सचिव, पीडीए प्रयागराज