बाघंबरी मठ में स्थित एक रूम से दो लाइसेंसी राइफल मिली है. कमरे में मिली इस राइफल के साथ एक दर्जन से अधिक कारतूस भी मिले हैं. यह वही कमरा है जिसमें अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे महंत नरेंद्र गिरि रहा करते थे. बरामद कारतूस को पुलिस द्वारा थाने में जमा कराया गया है. जबकि राइफल को थाने या फिर गन हाउस में जमा कराने का मौका मठ के पीठाधीश्वर महंत बलवीर गिरि को दिया गया है. वह अपनी स्वेच्छा से गन को कहीं पर भी जमा कर सकते हैं. वरासत की कानूनी प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद गन को वह अपनी सुरक्षा में पास रख सकेंगे.


प्रयागराज (ब्‍यूरो)। शहर के अल्लापुर स्थित बाघंबरी मठ में गुरुवार सीबीआई की टीम जांच की पहुंची थी। टीम उस कमरे के पास पहुंची जिसमें महंत नरेंद्र गिरि की बॉडी फांसी के फंदे पर पाई गई थी। लॉक कर सील किए गए इस रूम के दरवाजे को टीम द्वारा खोल कर जांच की गई। इस जांच में भारी मात्रा में कैश व सोने के मुकुट आदि मिले थे। बताया गया था कि यह सब एक लोहे की आलमारी बंद था। रजिस्ट्री के पेपर कई कुंतल देशी घी भी मिला था। महंत के पास गन थी, जिसके नहीं मिलने की बात उस वक्ता सामने आई थी। बताते हैं कि शुक्रवार को जांच टीम फिर कमरे की छानबीन की। कमरे में दो राइफल और करीब 18 कारतूस बरामद हुई है। राइफल का लाइसेंस महंत नरेंद्र गिरि के नाम बताया गया है। चूंकि 2019 में ही सब कुछ की वसीयत पीठाधीश्वर महंत बलबीर गिरि के नाम है। लिहाजा पुलिस गन का वरासत उनके नाम चढऩे तक उसे थाने या गन हाउस में जमा कराने के लिए कहा है।

मठ के कमरे की छानबीन में दो लाइसेंसी राइफल व कुछ कारतूस मिले हैं। कारतूस को थाने में जमा करा दिया गया है। गन थाने या गन हाउस में जमा करने के लिए महंत से कहा गया है।राजेश कुमार यादव, सीओ कर्नलगंज

Posted By: Inextlive