पुलिस मुठभेड़ में दो बदमाश को लगी गोली
प्रयागराज ब्यूरो ।झूंसी इलाके में पुलिस मुठभेड़ में कटिहार गैंग के दो लुटेरे घायल हो गए। दोनों बदमाशों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस दौरान लुटेरों के दो साथी भी पकड़े गए। सभी लुटेरों ने सिविल लाइंस में जीवन ज्योति अस्पताल के कर्मचारी से सात लाख की लूट की थी। इसके बाद लखनऊ भाग निकले। वहां से सीतापुर में लूट के बाद सभी बाइक से बिहार जा रहे थे। रास्ते में नवाबगंज पुलिस ने लुटेरों को रोकने की कोशिश की। मगर नवाबगंज पुलिस पर हमला कर लुटेरे भाग निकले। झूंसी में लुटेरों का आमना सामना हुआ। जहां पुलिस से लुटेरों की मुठभेड़ हो गई।
बिहार के रहने वाले हैं लुटेरे
रविवार को पुलिस लाइन में पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा और डीसीपी नगर दीपक भूकर ने प्रेस कांफ्रेंस में मुठभेड़ की जानकारी दी। अफसरों ने बताया कि बिहार के कटिहार जिले के कोढ़ा थाना क्षेत्र के जुराबगंज टोल निवासी नीरज बंजारा अपने भाई काशी बंजारा, रतौरा के रहने वाले शंकर यादव और किशन यादव के साथ घूम-घूमकर लूट की वारदात को अंजाम देते हैं। इन्हीं चारों लुटेरों ने सिविल लाइंस में जीवन ज्योति अस्पताल के कर्मचारी प्रहलाद से सात लाख रुपये की लूट की थी। शनिवार रात चारों लुटेरे लखनऊ से बिहार जा रहे थे। इसकी सूचना पर नवाबगंज पुलिस ने चेकिंग शुरू की। नीरज बंजारा और किशन यादव ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। इसके बाद भाग निकले। अचानक बदमाशों से आमना सामना होने की वजह से पुलिस संभल नहीं पाई। हालांकि इसके बाद सभी थानों को सतर्क किया गया। लुटेरे झूंसी पहुंचे। झूंसी पुलिस ने अंदावा रेलवे क्रासिंग के पास लुटेरों से मुठभेड़ हो गई। जिसमें नीरज बंजारा और किशन यादव गोली लगने से जख्मी हो गए। इस दौरान नीरज के भाई काशी बंजारा और शंकर यादव को भी पकड़ लिया गया।
लुटेरों से मिला साढ़े आठ लाख रुपये
लुटेरों की तलाश ली गई। इस दौरान पुलिस ने साढ़े लाख रुपये, चार तमंचा, कारतूस, आठ सिम कार्ड, चार आधार कार्ड, खुजली और मिर्च पाउडर बरामद किया। लुटेरों के पास से बरामद बाइक भी चोरी की है।
सीसीटीवी कैमरे से पहचान में आए लुटेरे
इंटीग्रेटेड कमांड एण्ड कंट्रोल सेंटर और दुकानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों से लुटेरों की पहचान की गई। सिविल लाइंस में लूट के दौरान नीरज बंजारा और किशन यादव ने प्रहलाद ने रुपये से भरा बैग छीना था। जबकि शंकर यादव और काशी बंजारा मेन रोड पर खड़े थे।
सिविल लाइंस में लूट के बाद सीतापुर में की वारदात
लखनऊ के होटल में रुकने के बाद जा रहे थे बिहार
प्रयागराज। सिविल लाइंस में लूट के बाद बदमाश लखनऊ भाग निकले थे। चारों बदमाश बाइक से लखनऊ गए थे। वहां होटल में रुके। इसके बाद सीतापुर में साढ़े सात लाख रुपये की लूट की। सीतापुर में एसबीआई से पैसा निकाल कर बाहर निकले युवक से लूट की गई।
लुटेरों ने बैंक से रुपये किए ट्रांसफर
सीतापुर में लूट के बाद चारों लुटेरे वापस लखनऊ लौटे। इसके बाद नीरज ने अपनी पत्नी के खाते में आइसीआइसीआइ बैंक से साढ़े पांच लाख रुपये और किशन यादव ने एसीबाई से अपनी पत्नी के खाते में अस्सी हजार रुपये ट्रांसफर किया। इसके बाद बिहार जाने के लिए बाइक से निकले।
हर घटना के लिए नया सिम कार्ड
कटिहार गैंग के सदस्य नीरज बंजारा हर घटना के पहले नया सिम कार्ड और नया की पैड मोबाइल इस्तेमाल करता है। सिविल लाइंस में भी लूट के पहले नीरज ने दो की पैड मोबाइल खरीदा। दोनों मोबाइल में असम से खरीदा गया सिम कार्ड लगाया गया। इसके बाद जब चारों लुटेरे घटना के बाद प्रयागराज की सीमा से बाहर हो गए तो सिम कार्ड और मोबाइल फेंक दिया।
वाराणसी से आकर की सिविल लाइंस में लूट
पुलिस कमिश्नर के मुताबिक बिहार से आने के बाद लुटेरे वाराणसी में रुके। वहां से प्रयागराज पहुंचे। फिर यहां लूट की। वाराणसी में लुटेरे फर्जी आधार कार्ड पर होटल में रुके थे। लुटेरों की खास बात ये है कि ये जहां रुकते हैं वहां लूट की वारदात नहीं करते।
लूटकांड के खुलासे में लगी पुलिस टीम को पुलिस कमिश्नर ने पचास हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। एसीपी श्वेताभ पांडेय, इंस्पेक्टर सिविल लाइंस भानु प्रताप, थानाध्यक्ष झूंसी उपेंद्र प्रताप सिंह, गंगापार एसओजी प्रभारी दिनेश सिंह, दारोगा अमित सिंह समेत बीस पुलिस कर्मी घटना के खुलासे के लिए काम कर रहे थे।
कटिहार गैंग के सदस्य दूसरे प्रदेशों में घूम-घूमकर कर लूट की वारदात करते हैं। ये गैंग बंगाल, बिहार, असम में वारदात करने के लिए जाना जाता है। इस गैंग के बारे में और जानकारी जुटाई जा रही है।
रमित शर्मा, पुलिस आयुक्त