मजार तिराहे पर एक्सीडेंट, दो की मौत
मरने वालों में एक हवलदार भी, पुलिस ने कार और चालक को पकड़ा
बेकाबू कार की टक्कर में मंगलवार दोपहर सेना के हवलदार अमरेंद्र पांडेय (40) व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी राम सजीवन (28) की मौत हो गई। कर्नलगंज थाना क्षेत्र में मजार तिराहा के पास हादसा हुआ। उस वक्त हवलदार व कर्मचारी बाइक से दफ्तर के काम से कहीं जा रहे थे। पुलिस ने फाच्र्यूनर कार और उसके चालक मो। उमर को पकड़ लिया है। एनसीसी में थी अमरेन्द्र की तैनातीमूलरूप से भोपाल के चंद्रवाड़, पुरुषोत्तम नगर निवासी अमरेंद्र यहां 17 यूपी बटालियन एनसीसी में हवलदार के पद पर कार्यरत थे। झूंसी के सोनौटी निवासी राम सजीवन चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी (लश्कर) थे। दोपहर करीब दो बजे दोनों लोग सरकारी काम से कहीं जा रहे थे। बाइक राम सजीवन चला रहे थे। जबकि पीछे हवलदार बैठे थे। मजार तिराहे के पास सामने से बेकाबू फार्च्यूनर कार ने टक्कर मार दी। पुलिस व सैन्य अधिकारी पहुंचे और हवलदार को मिलिट्री हास्पिटल और राम सजीवन स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल ले जाया गया। दोनों को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। कर्नल समेत कई सैन्यकर्मी पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गए। इंस्पेक्टर कर्नलगंज के मुताबिक, टक्कर मारने वाली कार अशोक द्विवेदी के नाम है। उसे मो। उमर चला रहा था और हादसे में उसे भी चोट आई है। हालांकि कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को यह भी बताया कि कार चलाने वाला शख्स मौके से भाग गया था। बटालियन के कर्नल आरके सिंह का कहना है कि हवलदार भोपाल के रहने वाले थे। पोस्टमार्टम के बाद शव को उनके घर भिजवाया जाएगा।
बिलखते हुए पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे स्वजन घटना की सूचना मिलने पर राम सजीवन के स्वजन बिलखते हुए पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। रिश्तेदारों ने बताया कि गांव में राम सजीवन की पत्नी नीलम, बेटा बाबू और बेटी शौरा हैं। उनके पिता का निधन हो चुका है। फिलहाल पुलिस मामले में तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर आगे की कार्रवाई करने की बात कह रही है।