दो चुनाव, दो मॉक पोल लेकिन पीठासीन अधिकारी होगा एक
प्रयागराज ब्यूरो । मान लीजिए, वोटर मतदान केंद्र के भीतर आता है और वोट देने से मना करता है। जबकि उसका बैलेट इशू हो चुका है। ऐसे में दस्तखत भी नही करता है। नोटा का विकल्प भी इस्तेमाल करने से मना कर देता है तो टेंशन लेने की जरूरत नही है। इस बारे में 17 क रजिस्टर में लिखना होगा। अगर नही लिखा तो यह वोट ईवीएम में वोटों गिनती में कम नजर आएगा। जिससे चुनाव की पारदर्शिता आंच आ सकती है। यह कहना था मास्टर ट्रेनर्स का। वह शुक्रवार को नगर निगम चुनाव को लेकर मतदान कर्मियों को प्रशिक्षण दे रहे थे। प्रशिक्षण के दौरान उन्होंने प्रत्येक बिंदु का गंभीरता से समझाया। सर वीवीपैट इस बार नही है क्या?
पीठासीन अधिकारी और मतदान प्रथम अधिकारी ने इस दौरान मास्टर ट्रेनर्स से वीवी पैट मशीन को लेकर पूछताछ की। उन्होंने पूछा कि इस बार चुनाव में वीवीपैट मशीन नही रहेगी क्या? इस पर ट्रेनर्स ने बताया कि इस बार का चुनाव एमटू लेवल की मशीन से होने जा रहा है। इस ईवीएम में वीवी पैट को अटैच नही किया जा सकता है। उस मशीन का इस्तेंमाल सांसद और विधायक चुनाव में किया जाता है। नगर निकाय चुनाव में एमटू लेवल की मशीन को अवेलबल कराया गया है।
दो चुनाव, दो मॉक पोल लेकिन पीठासीन एकट्रेनिंग के दौरान पीठासीन अधिकारियों के बीच एक और कन्फ्यूजन रही। उनको बताया कि प्रत्येक बूथ पर दो तरह का चुनाव होना है। पहला मेयर का और दूसरा पार्षद का। इसलिए चुनाव शुरू होने से पहले ईवीएम के दो मॉक पोल होंगे। इनमें से एक मेयर और दूसरा पार्षद का होगा। हालांकि पीठासीन अधिकारी एक ही होगा। उसे दोनो चुनाव की जिम्मेदारी लेनी होगी। वोटिंग सेपहले मॅाक पोल कराकर लोगों को निश्चिंत कराना होगा। जिससे चुनाव की पारदर्शिता पर सवाल न उठे।डीएम ने बनाई टीम करेगी विजिटबताया गया कि हर बार ईवीएम से होने वाले चुनाव में पांच फीसदी तक गलती की संभावना होती है। इससे निपटने के लिए मास्टर ट्रेनर्स द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है। लेकिन इस बार डीएम के निर्देश पर मास्टर ट्र्रेनर्स कीएक टीम बनाई गई है वोटिंग के दिन विजिट कर ईवीएम की कमियों को दूर करने का काम करेगी। यह भी बताया कि वोटिँग कम्प्लीट हो जाने के बाद सीआरसी कम मशीन को लॉक किया जाएगा। सीआरसी का मतलब यहां क्लोज, रिजल्ट और क्लीयर से होता है।
पीठासीन और मतदान प्रथम अधिकारियेां के सवालों के जवाब दिए गए। उनको ईवीएम का एरर डेमो भी दिया गया है। उम्मीद है कि सभी बेहतर तरीके से प्रशिक्षण लेकर बिना रुकावट चुनाव कराएंगे। अगर ईवीएम में कोई कमी आती है तो इसे ठीक भी कराया जाएगा। रमाशंकर, मास्टर ट्रेनर, सहायक अभियंता सिचाई विभाग प्रयागराज