यमुना में डूबे दो बालक, एक की बॉडी मिली-
प्रयागराज ब्यूरो । गंगा और यमुना नदी में पानी कम देखकर लापरवाही न बरतें। एक छोटी सी भूल पानी में छिपी मौत जान ले सकती है। पिछले दो ढाई महीने के अंदर आधा दर्जन से अधिक लोगों की डूबने से मौत हो चुकी है। गंगा और यमुना में डूबने की बढ़ती घटना को लेकर जल पुलिस पब्लिक को सतर्क करने में जुट गई है। पानी के अंदर न दिखाई देने वाले जान लेवा गड्ढे हैं। इन गड्ढों में जाने के बाद स्नानार्थी का संभल पाना मुश्किल हो जाता है। पानी कम होने की वजह से उसके नीचे भंवर यानी जल में तेजी के साथ घुमाव भी होते हैं। अंदर ही अंदर चकरी की तरह नाचने वाले पानी में फंसने के बाद भी निकल पाना मुश्किल हो जाता है। ऐसी जगह स्नान बिल्कुल नहीं करें जहां पर घाट नहीं बने हों और गोताखोर या नाविक न रहते हों। फाफामऊ पुल के नीचे डूबे दो में से एक बाल की बॉडी शनिवार को शास्त्री ब्रिज के नीचे बरामद की गई। दारागंज पुलिस उसकी बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दी।
कई लोगों की डूबने से हो चुकी है मौत
पूरा प्रशासन और पुलिस गुरुवार को निकाय चुनाव में व्यस्त थी। इस बीच फाफामऊ ब्रिज के नीचे तेलियरगंज साइड दो बालक डूब गए। डूबने वाले दोनों बालक शिवकुटी एरिया के तेलियरगंज बर्तनवाली गली निवासी मलखान का 14 वर्षीय बेटा प्रियांशु और 13 वर्षीय कृष्णा कसेरा पुत्र नवीन कसेरा था। शाम को खबर मिलने पर शिवकुटी थाना प्रभारी गोताखोर के साथ तलाश में जुट गए। दूसरे दिन शुक्रवार को फिर दोनों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया गया। कृष्णा कसेरा की बॉडी दोपहर बाद दारागंज शास्त्री ब्रिज के नीचे मिली। उसकी बॉडी देखकर पहुंचे परिजनों में कोहराम मच गया। पुलिस के द्वारा बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया। दूसरे बालक प्रियांशु का अब तक पता नहीं चल सका है। उसकी तलाश में जल पुलिस देर शाम तक जुटी रही। नदी में बालकों व युवकों के डूबने की यह कोई पहली घटना नहीं है। पिछले डेढ़ दो महीने में आधा दर्जन से अधिक लोग यमुना और गंगा नदी में डूब चुके हैं। बताते चलें कि 22 अप्रैल को दारागंज संगम जोन पर स्नान करते समय छात्र अमन वर्मा व संदीप वर्मा की डूबने से मौत हो गई थी। दोनों सुल्तानपुर जिले के निवासी थे और यहां बघाड़ा में रूम लेकर पढ़ाई किया करते थे। इसी तरह आठ फरवरी को अरैल घाट पर नैनी निवासी पीएसी के जवान रुद्रप्रताप का इकलौता बेटा मारतंड प्रताप सिंह नाव पर सेल्फी लेने के चक्कर में अरैल घाट पर डूबने से मौत हो गई थी। इसी घाट पर पत्नी के साथ स्नान करने आए नैनी पारसकुंज अपार्टमेंट निवासी सीमेंट कंपनी के जीएम की मौत हो गई थी। बढ़ती घटनाओं को देखते हुए जल पुलिस लोगों को जागरूक करने में जुट गई है। अरैल साइड भी गोताखोरों लगा दिए गए हैं।