नैनी कैंपस में आयोजित हुआ प्रोफेसर राजेंद्र सिंह रज्जू भइया राज्य विवि का दीक्षांत समारोहगवर्नर आनंदी बेन पटेल ने की अध्यक्षता डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा रहे चीफ गेस्ट के तौर पर मौजूद132 मेधावियों को बांटे गये मेडल 1.62 लाख छात्रों को बांटी गयी उपाधि14503छात्र शामिल थे पीजी कोर्सेज के117868यूजी के छात्रों को बांटी गयी डिग्रीवैश्विक महामारी कोरोना ने दुनियाभर में एक नई चुनौती पैदा कर दी है. नवीन चुनौतियों के बीच वैश्विक प्रतिस्पर्धा को स्वीकार करते हुए युवाओं को आगे बढऩा है. कोई जरूरी नहीं है कि आपको देश में रहना है. उच्च शिक्षा के बदौलत आपको विदेश में भी जाना हो सकता है. इसलिए आपदा के मौके को भुनाकर अवसर में बदल सकते हैं. जीवन में आगे बढऩे के लिए संघर्ष तो करना ही पड़ेगा. उक्त बातें प्रोफेसर राजेंद्र सिंह रज्जू भइया राज्य विवि के चौथे दीक्षांत समारोह में बतौर कुलाधिपति राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने डिग्रीधारकों और छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कही.

प्रयागराज (ब्यूरो)। दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने 132 मेधावियों को विभिन्न मेडल से नवाजा। इसमें स्वर्ण, रजत के अलावा कांस्य भी शामिल है। समारोह में 14503 छात्र-छात्राओं को स्नातकोत्तर व 117868 को स्नातक की उपाधि दी गई। समारोह में विशिष्ट अतिथि डिप्टी सीएम दिनेश कुमार शर्मा, मुख्य अतिथि विवि अनुदान आयोग के पूर्व चेयरमैन प्रो डीपी सिंह रहे। इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत कुलपति डॉ अखिलेश सिंह ने मुख्य अतिथि के साथ दीप जलाकर की। इस दौरान कुलपति और अधिकारी आवास समेत छह नवनिर्मित भवनों का लोकार्पण भी हुआ। विश्वविद्यालय की तरफ से प्रकाशित स्मारिका का भी विमोचन किया गया।

वीसी बदलने पर न बदले नीति
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि विवि व महाविद्यालय अपने संस्था का दस साल का आगे का रोडमैप तैयार रखे। अपने संस्थान का एक पपत्र बनाएं। वीसी का कार्यकाल पूरा होने पर दूसरे की नियुक्ति होने पर नीतिगत बदलाव पर उन्होंने चिंता जताई। कहा कि छात्रों के हित में रखते हुए किसी भी प्रकार निर्णय न लिया जाए।

नारी सशक्तिकरण पर दिया जोर
राज्यपाल ने महिला सशक्तिकरण पर जोर दिया। देश की पहली शिक्षिका सावित्री बाई फुले का उदाहरण पेश कर उनके जीवन संघर्षों को बतलाया। विवि में 50 प्रतिशत से अधिक छात्राओं को मेडल मिलने पर उन्होंने खुशी जताई। कहा कि इससे पता चलता है कि यहां की छात्राएं अपने स्टडी के प्रति काफी जागरूक हैं। आग्रह किया कि डिग्रीधारक व मेडल प्राप्त छात्राएं समाज में दूसरों को भी पढ़ाई के लिए प्रेरित करें ताकि उनका भी सर्वागीण विकास हो सके।

Posted By: Inextlive