तुर्की की टोपी और दुबई का इत्र का क्रेज
रोजेदारों की डिमांड पर इत्र और टोपियां का तैयार है बाजार
रमजान के पाक महीने की शुरूआत से पहले ही प्रयागराज के बाजारों में भी रौनक शुरू हो गई थी। अब माहे मुबारक आधा बीतने को है, ऐसे में कुछ ऐसे उत्पाद है जो माहौल को रूहानी बना रहे हैं। खासतौर पर रमजान के खास महीनें में टोपियों का अपना अलग ही बाजार सजता है। जहां रोजेदारों की डिमांड के हिसाब से टोपियां उनके लिए उपलब्ध करायी जाती है। इस बार भी तुर्की, सऊदी अरब, चाइना और बांग्लादेश आदि से विशेष टोपियां रमजान के पाक महीने के लिए मंगाई गई है। नए-नए डिजाइन की टोपियां बाजार में हैं। सबसे खास है तुर्की के कारीगरों की बनाई लकड़ी की टोपी। इसके साथ ही साफा, जा नमाज (आसन) भी मौजूद हैं। नूर उल्लाह रोड के दुकानदार राजू भी बताते हैं कि तुर्की, बांग्लादेश, सऊदी अरब से विशेष टोपियां और अन्य कपड़े मंगाए गए हैं, जिनकी काफी डिमांड है। दुबई से मंगाया इत्र भी खूब पसंद किया जा रहा है।
पकवानों से सजे है बाजारमहकी सी इबादत की खुशबू लिये रमजान उल मुबारक का मुकद्दस महीना अपनी खुशबू बिखेर रहा है। माह के विशेष पकवानों से बाजार सजे हुए हैं। मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में रमजान की रौनक अपने शबाब पर है। सहरी, अफ्तारी सहित माहभर के विशेष आयोजनों को लेकर लोगों का उत्साह भी देखने को मिल रहा है। खजूर, सूतफेनी, शरबत, मेवा, कवाब, बिरयानी सहित व्यंजनों की दुकानों पर रौनक दिखती है। इस माह में पूरे 30 दिनों तक दिनचर्या बदल चुकी है। इस अवधि में रोजेदार सुबह सहरी से लेकर शाम मगरिब की नमाज तक इबादत में मशगूल हैं। अजान की गूंज और नमाज की कसरत लोगों को सुकून और पाक परवरदिगार के करीब होने का मौका है। रमाजन में जहां लोगों की दिनचर्या बदल जाती है वहीं सहरी और इफ्तार के खास व्यंजनों की महक से सारा माहौल तर तबर हो उठता है। प्रयागराज के मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में अकबरपुर, निहालपुर, अटाला, बख्शीबाजार, दरियाबाद, रानीमण्डी, चकिया, करेली, गौसनगर, शम्स नगर, आजाद नगर समेत कई इलाकों में हर शाम रौनक दिखती है। कोरोना महामारी को लेकर सरकार की ओर से जारी गाइड लाइन का पालन करते हुए अटाला चौराहा, चौक में सब्जी मण्डी अकबरपुर चौराहा सहित नगर के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में रौनक दिख रही है।