ट्यूबवेल का बोर बना मौत का कुआं
प्रयागराज (ब्यूरो)। इन दिनों तराई इलाकों में गंगा और यमुना पानी खौफ का कारण बन गया है। बताते हैं कि लटकहा पनासा गांव निवासी राम सिंह गांव के बाहर ट्यूबवेल का बोर रखा रखा है। मशीन एक कुएं के अंदर फिट है। बाढ़ का पानी इस कुएं में भर गया था। कुएं में पानी भरने से मशीन के खराब होने का खतरे की चिंता उसे सताने लगी। वह किसी तरह मशीन को कुएं से बाहर निकालने का जतन खोजने लगा। शुक्रवार की सुबह उसका बेटा आशू गांव के ही दोस्त शिवाकांत पुत्र विजय लाल साथ मिल कुएं से ट्यूबवेल की मशीन खोल कर बाहर निकालने पहुंच गया। उसके कुछ दोस्त कुएं के बाहर रस्सी पकड़ कर खड़े थे। उसी रस्सी के सहारे आशू और उसका दोस्त शिवाकांत कुएं में उतर गया। कुएं के अंदर उतरते ही दोनों अचानक बेहोश होकर कुएं के पानी में गिर गए। दोनों के कुएं में गिरने की आवाज आते ही रस्सी पकड़कर खड़े दोस्त शोर मचाने लगे। आवाज सुनकर ग्रामीण दौड़ पड़े। कुएं में जहरीली गैस होने की आशंका से कोई दोनों को बाहर निकालने का साहस नहीं जुटा सका। फौरन जानकारी करछना पुलिस व फायर ब्रिगेड को दी गई। पुलिस व फायर ब्रिगेड के जवान मौके पर पहुंचे। बताया गया कि करीब घंटे भर की कड़ी मशक्कत के बाद फायर ब्रिगेड के जवानों द्वारा दोनों की बॉडी को कुएं से बाहर निकाला गया। बॉडी को देखते ही दोनों के परिवार में कोहराम मच गया। फायर ब्रिगेड के जवानों द्वारा कुएं में जहरीली गैस के होने की पुष्टि की गई। दोनों की बॉडी को पुलिस द्वारा पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया। जानकारी हुई तो तहसीलदार रमेश कुमार पांडेय भी मौके पर पहुंचे।
फायर ब्रिगेड के जवानों द्वारा कुएं से दोनों की बॉडी को बाहर निकाल लिया गया है.कुएं में जहरीली गैस होने की बात दमकल कर्मियों द्वारा बताई गई है। बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया है।विश्वजीत ङ्क्षसह, थाना प्रभारी करछना