'अब युवावस्था में प्रवेश कर गया ट्रिपलआइटी'
- अकादमिक योगदान पर दो वरिष्ठ प्रोफेसर को किया गया सम्मानित
- शाम को आनलाइन मोड में पुरा छात्र सम्मेलन का भी आयोजन प्रयागराज भारतीय सूचना प्रौद्योगिक संस्थान (ट्रिपलआइटी) गुरुवार को 23वें बरस में प्रवेश कर गया। इस अवसर पर संस्थान के प्रशासनिक भवन के सभागार में समारोह का आयोजन किया गया। यहां निदेशक प्रोफेसर पी नागभूषण ने कहा कि संस्थान अब युवावस्था में प्रवेश कर गया है। जहां 25 साल पूर्ण होने तक सभी को मिलजुल कर और सशक्त बनाना है। उन्होंने उन सभी संस्थापकों को सलाम किया, जिनके प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इसके अनवरत विकास में सहयोग किया।प्रोफेसर नागभूषण ने प्रो। जीसी नंदी और प्रो। यूएस तिवारी को संस्थान के स्थापना के बाद से अब तक उनके दिए गए शैक्षणिक योगदान के लिए सम्मानित किया। उन्होंने छात्रों को सीखने पर जोर देते हुए कहा कि यह हमारी आधारभूत रणनीति होनी चाहिए। सीखना व्यक्ति को न केवल ज्ञानवान बनाता है, बल्कि उसे करने के लिए ऊर्जा भी देता है। उन्होंने छात्रों से अपने अभिभावक संस्थान की देखभाल स्नेह और समर्पण के साथ करने का आह्वान किया। इस अवसर पर प्रो। नंदी ने कैसे संस्थान ने वर्ष 2000 से अग्रेतर प्रगति किया उस पर विस्तृत प्रकाश डाला। प्रो। यूएस तिवारी ने कहा, किसी भी संस्थान की स्थापना में अध्यापकों की भूमिका को पहचाना जाना चाहिए। उनकी पत्नी डा। पद्मा सिंह ने भी अपने संस्थान के शुरआती दौर के अनुभवों को साझा किया। ट्रिपलआइटी के बोर्ड आफ गवर्नर्स के पूर्व अध्यक्ष रविकांत ने सभी को बधाई दी। कार्यवाहक कुलसचिव प्रो। विजयश्री तिवारी ने उन सभी संस्थापकों को याद किया, जिन्होंने संस्थान को अधिक गहरा, मजबूत और समृद्ध बनाने के लिए खुद को समíपत किया। शाम को आनलाइन पुरा छात्र सम्मलेन का भी आयोजन किया गया। इस दौरान प्रो। अनुपम अग्रवाल, प्रो। तपोब्रत लहरी, प्रो। शेखर वर्मा, डा। विजय चौरसिया आदि उपस्थित रहे।