हवा से बात करने वाली ट्रेनें रेंगती रहीं
प्रयागराज ब्यूरो । कोहरे की घनी चादर मंगलवार ऐसी छाई कि ट्रेनों को रेंगने के लिए मजबूर हो जाना पड़ा। हवा से बात करने वालीं टे्रनों को रेंगना पड़ा। हाल ये रहा कि प्रयागराज एक्सप्रेस ट्रेन नौ घंटा विलंब से प्रयागराज जंक्शन पहुंची तो यहां से गई प्रयागराज एक्सप्रेस छह घंटा विलंब से नई दिल्ली पहुंची। प्रयागराज हावड़ा रूट पर अप और डाउन प्रयागराज एक्सप्रेस का कोई जोड़ नहीं है। ऐसे में जब ये ट्रेन लेट हो गई तो अन्य ट्रेनों के बारे में आसानी से समझा जा सकता हैङ हाल ये रहा कि हजारों यात्री स्टेशनों पर अपनी ट्रेन का इंतजार करते रहे।11 बजे के बाद छाया कोहरा
पूरे एनसीआर में मंगलवार की रात 11 बजे के बाद कोहरे की चादर बिछनी शुरू हुई तो गहराती रात के साथ कोहरा भी गहरा होता चला गया। जिसका नतीजा रहा कि इस दौरान जो ट्रेन जहां रही वहीं रेंगने लगी। सिगनल नहीं दिखने की समस्या से ट्रेनों की रफ्तार पर ब्रेक लग गया। सौ किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौडऩे वाली तमाम ट्रेनों को महज सौ किलोमीटर की यात्रा करने में पूरी रात लग गई। चूंकि कोहरा सुबह दस बजे तक छाया रहा ऐसे में सुबह होने के बाद भी ट्रेन अपना टाइम मेंनटेन नहीं कर सकीं।
समय की पाबंद है प्रयागराज एक्सप्रेसप्रयागराज जंक्शन से नई दिल्ली को जाने वाली 12417 प्रयागराज एक्सप्रेस यहां से रात में दस बजकर दस मिनट पर छूटती है। इस ट्रेन के नई दिल्ली पहुंचने का समय सुबह सात बजे है। मगर यह ट्रेन बुधवार को सुबह सात बजे के बजाए दोपहर में एक बजकर चौतीस मिनट पर पहुंची। वहीं मंगलवार रात नई दिल्ली से रात में दस बजकर दस मिनट छूटी प्रयागराज एक्सप्रेस प्रयागराज जंक्शन पर सुबह सात बजे पहुंचने के बजाए नौ घंटा उनतीस मिनट देरी से दोपहर में चार बजकर अ_ाइस मिनट पर पहुंची। 6 घंटा देर से नई दिल्ली पहुंची प्रयागराज एक्सप्रेस9 घंटा देर से आई प्रयागराज एक्स्रपेस4 घंटा लेट रही सुबेदारगंज कानपुर मेमू6 घंटा विलंब से रही रीवा एक्सप्रेस4 घंटा विलंब से रही संगम एक्सप्रेस6 घंटा विलंब से रही चौरी चौरा एक्सप्रेस