त्योहार आते ही घर जाने की प्लानिंग शुरू लोगों को टिकट के लिए करनी पड़ रही मशक्कत अक्टूबर के महीने में टिकट मिलना मुश्किल अन्य तरकीब से पहुंच सकते हैं घरसितंबर-अक्टूबर से त्योहारों की रौनक शुरू हो गई है. अक्टूबर में दीपावली और छठ जैसे मुख्य पर्व हैं. त्योहारों के आने से अब यात्रियों की संख्या में इजाफा होना शुरू हो गया है इसे देखते हुए टिकटों की कीमत में उछाल आने लगा है. एक ओर जहां अक्टूबर के लिए अभी से ही ट्रेनों में टिकट मिलना मुश्किल हो गया है तो वहीं फ्लाइट के टिकट भी महंगे हो गए हैं. लोग घर पहुंचने के लिए विकल्प ढूंढ रहे हैं. ऐसे में दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट इस प्राब्लम का सॉल्यूशन ढूंढ लोगों की मुश्किल राह आसान बनाने की कोशिश कर रहा है. आइये जानते है कौन सा ऑप्शन है...

प्रयागराज (ब्यूरो)।इन दो महीनों के अंतराल पड़े वाले त्योहार दशहरा, दिवाली और छठ की वजह से ट्रेनों में टिकट का इंतजार करने वालों की कतार लगी हुई है। त्योहारों के कारण ट्रेनों के टिकट काफी पहले से बुक किए जा चुके हैं, ऐसे में अब ट्रेन का टिकट कंफर्म होना मुश्किल हो गया है। तत्काल टिकट के भी कम ही चांस नजर आ रहे हैं। ऐसे में रिजर्वेशन न मिलने पर बिना टिकट यात्रा करने से बेहतर है कि स्टेशन पर जाकर विंडो टिकट ले लिया जाए, इससे आपको ट्रेन में यात्रा करने की इजाजत मिल जाएगी और टीटी की मदद से खाली सीट मिलने के भी मौके हैं।

फ्लाइट टिकट
आने वाले महीने में छठ और दिवाली दोनों त्योहार हैं। छठ की वजह से मुख्य रूप से मुंबई-प्रयागराज, दिल्ली-प्रयागराज रूट पर टिकटों की मांग बढ़ रही है, इसी वजह से इस रूट का फ्लाइट का किराया जस्ट तीन गुना तक हो गया है। मुंबई- प्रयागराज की फ्लाइट का किराया 16 हजार तक पहुंच गया है जो कि नॉर्मल टिकट की कीमत का तीन गुना है। दिवाली और छठ के आस-पास की तारीखों में सभी फ्लाइट्स का किराया 10 हजार से ऊपर है। 24 अक्टूबर को दिवाली है ऐसे में 22 तारीख का मुंबई-प्रयागराज का किराया 12 हजार से ऊपर है, जो कि दूसरी फ्लाइट्स के किराए के मुकाबले सबसे कम है। आम दिनों में इन फ्लाइट्स का किराया 4-5 हजार के आसपास रहता है। वहीं दिल्ली-प्रयागराज छह हजार के ऊपर हो गया है। महानगरी की तरफ से शहर तरफ आने वाली सबसे फ्लाइटों का यही आलम है। लोगों के पास विकल्प नजर नहीं आ रहा है।


कैसे जाएं घर
- फ्लाइट का किराया इतना महंगा हो गया है कि ऐसी हवाई यात्रा करना जेब पर भारी पड़ जाएगा। बेहतर यही है कि ट्रेन का टिकट करवाने की कोशिश की जाए, टिकट कंफर्म न होने पर विंडो टिकट का ऑप्शन अपनाया जाए।
- त्योहारों के सीजन में भारतीय रेलवे स्पेशल ट्रेन चलाता है, ऐसे में आईआरटीसी की वेबसाइट से अपडेट रहें।
- मुंबई, दिल्ली, इंदौर, भोपाल, बेंग्लुरु,
देहरादून, रायपुर, पुणे व अन्य कई राज्यों की राजधानी के लिए बस जाती हैं, तो ट्रेन की भीड़-भाड़ से हटकर बस से सफर करना फायदेमंद होगा।
- राजधानी पहुंचने के बाद आप सीधे अपने शहर प्रयागराज के लिए कोई भी रोडवेज की एसी व नॉन एसी बस पकड़ सकते हैं। या फिर कोई प्राइवेट कार कसते है। एसी बस का टिकट ट्रेन टिकट के बराबर की कीमत में ही मिल जाएगा ।
- परिवार के साथ जाने के लिए टैक्सी भी अच्छा ऑप्शन है। फ्लाइट में एक व्यक्ति के किराए से कम में भी टैक्सी का सफर हो जाएगा। कई वेबसाइट्स हैं, जहां टैक्सी की ऑनलाइन बुकिंग कर सकते हैं।

ऐसे समझें किराया
स्थान - समान्य दिनों में किराया - त्योहार समय का किराया - लगभग इतने का अंतर
दिल्ली-प्रयागराज - 3271 - 6219 - 2948
मुंबई-प्रयागराज - 4794 - 10300 - 5506
बेंग्लुरु-प्रयागराज - 5591 - 14800 - 9209
पुणे-प्रयागराज - 3913 - 15500 - 11587
इंदौर-प्रयागराज - 3534 - 11400 - 7866
रायपुर-प्रयागराज - 3921 - 5619 - 1698

Posted By: Inextlive