निरस्त ट्रेनों को चलाने की यात्रियों ने उठाई आवाज
रास नहीं आ रहा है लोगों को बस से सफर करना
ट्रेनों के रद्द होने से बसों में ठूस कर जा रहे हैं लोग संगम नगरी जाने वाली दो ट्रेनों को कर दिया गया है निरस्त PRATAPGARH: संगम नगरी जाने वाली दो ट्रेनों के निरस्त होने से यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गई है। लोगों को बस से सफर करना रास नहीं आ रहा है। ऐसे में लोगों ने रेल मंत्री और रेलवे के अफसरों से निरस्त ट्रेनों को तुरंत चलाने की गुहार लगाई है। फरवरी तक हैं ट्रेनें निरस्तशिक्षा, मार्केटिंग, इलाज के नजरिए से इलाहाबाद का खासा जुड़ाव प्रतापगढ़ से हैं। कमिश्नरी होने के कारण भी लोगों का इलाहाबाद आना जाना लगा रहता है। यही नहीं, संगम में डुबकी लगाने के लिए भी बड़ी संख्या में लोग संगम नगरी आते जाते हैं। यानी रोजाना इलाहाबाद आने जाने वालों च्ी अच्छी खासी तादाद है। वैसे भी पहले इलाहाबाद जाने के लिए तीन ट्रेनें (सरयू एक्सप्रेस, 2 पीआरएल, 2 पीएफ पैसेंजर) चलती थी। जो यात्रियों के हिसाब से पर्याप्त नहीं थी। इसमें से भी दो ट्रेन 2 पीआरएल, 2 पीएफ पैसेंजर को 5 फरवरी तक के लिए निरस्त कर दिया गया। ऐसे में यात्रियों को असुविधा होना स्वाभाविक है। यात्रियों के सामने रोडवेज बस और प्राइवेट बस से इलाहाबाद सफर करना मजबूरी है।
रेलवे के अफसरों को चेतावनी यात्रियों की भीड़ बढ़ने के कारण बसों में लोग ठूस कर जा रहे है। बस से सफर करने में हो रही दिक्कतों को देखते हुए यात्री निरस्त ट्रेनों को चालू कराने की आवाज उठाने लगे हैं। पट्टी के रहने वाले अजय कुमार का कहने लगे हैं कि प्रतापगढ़ से इलाहाबाद जाने वाले यात्रियों की रोचना अच्छी खासी तादाद रहती है। पहले से ही इलाहाबाद के लिए ट्रेनें कम थी। उसमें से भी दो ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया है। दरियामऊ के मनीष तिवारी का कहना था कि बसों में सफर करना मुसीबत भरा है। इलाहाबाद की रोड खराब होने के कारण इस समय और परेशानी हो रही है। रेल मंत्री और रेलवे के अफसर फौरन निरस्त की गई ट्रेनों का संचालन शुरू कराएं। वर्ना रेलवे प्रशासन के खिलाफ यात्री लामबंद हो कर आंदोलन करने को बाध्य होंगे।