डकैती कांड से व्यापारियों में आक्रोश
प्रयागराज ब्यूरो । मंगलवार को पूर्व मेयर अभिलाषा गुप्ता नंदी के साथ अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष लालू मित्तल घायलों का हाल पूछने पहुंचे। लालू मित्तल ने डकैती कांड पर आक्रोश जाहिर किया। कहा कि घटना का जल्द से जल्द से खुलासा होना चाहिए। इस मौके पर गंगापार जिलाध्यक्ष राजेंद्र केसरवानी, अनिल केसरवानी, रमन गुप्ता, नरेंद्र खेड़ा, कादिर भाई, सतीश केसरवानी, प्रमिल केसरवानी, नीरज जायसवाल, अनिल गुप्ता, समित केसरवानी आदि उपस्थित रहे।
घटना को लेकर व्यापारी एकता समिति ने भी नाराजगी जताई है। मंगलवार को प्रदेश उपाध्यक्ष विजय गुप्ता के साथ व्यापारियों ने घायलों से मुलाकात की। पीडि़त परिवार को शस्त्र लाइसेंस देने की मांग की। मृतक चौकीदार के परिवार को पचास लाख रुपये आर्थिक सहायता की मांग की। इलाज में हो रहे खर्च की जिम्मेदारी सरकार को उठाने की मांग की। इस मौके पर मनीष गुप्ता, प्रमोद गुप्ता, अखिलेश जायसवाल, अजय गुप्ता, आरती केसरवानी, अनिकेत जायसवाल आदि उपस्थित रहे।
तैनात रही पुलिस, व्यापारियों में आक्रोश
हेतापट्टी में मंगलवार को पुलिस तैनात रही। बाजार खुला मगर रोज वाली रौनक नहीं रही। व्यापारी से लेकर वहां आने वाले परिचित तक आपस में पुलिस वालों से डकैतों की बर्बरता को लेकर चर्चा करते रहे। चौकीदार रामकृपाल के कमरे में लोग आते जाते रहे। वहां पड़ा खून डकैतों की बर्बरता को बताता रहा।
हेतापट्टी व्यापार मंडल ने पुलिस को दिया 72 घंटे का समय
डकैती को लेकर पुलिस के हाथ अभी तक खाली हैं। भले ही पुलिस की पांच टीम और एसओजी लगाई गई है, मगर पुलिस एक भी डकैत को पकड़ नहीं पाई है। कहने के लिए एक दर्जन से ज्यादा सड़क किनारे रहने वाले बंजारों को पुलिस उठाकर पूछताछ कर रही है। मगर पूछताछ में कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकला है। वहीं, हेतापट्टी व्यापार मंडल के कोषाध्यक्ष सुमित केसरवानी ने व्यापारियों के साथ बैठक कर कहा कि अगर 72 घंटे में पुलिस ने डकैतों को नहीं पकड़ा तो व्यापारी धरना प्रदर्शन करेंगे।