नव संवत्सर पर सृजन जन सेवा समिति के द्वारा आयोजित उद्घोष कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक इंद्रेश ने कहा कि आज का दिन प्रकृति के प्रकट उत्सव का दिन है. आज भारत शब्द की उत्पत्ति का दिन है. आज ही के दिन भाषा की उत्पत्ति का दिन है. आज ही के दिन संस्कृति की उत्पत्ति का दिन है. इसीलिए राम संवत भी है कृष्ण संवत भी है.

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। कलयुग संवत 5125 वां प्रारंभ हो रहा है। कलयुग संवत से 36 साल पहले महाभारत युद्ध शुरू हुआ था। महाभारत के युद्ध के बाद धर्मराज प्रारंभ हुआ इसलिए युधिष्ठिर संवत वर्तमान की वर्तमान की धर्मराज की प्रतिष्ठा 5161 वर्ष पूर्व हुआ। इस प्रकार से इसके बाद महापुरुषों के दिन गढ़े गए हैं। इसलिए कृष्ण संवत भी है जिसमें कृष्ण का प्रकट हुआ था। इसलिए हम इसको हिंदू नव वर्ष ना कहें नहीं तो हम 2080 में ही सिमट जाएंगे। हमारा तो करोड़ों करोड़ों वर्ष का इतिहास है। यह मानव की उत्पत्ति का भी दिन है। इसलिए इस दिन को पूरे सनातनी ढंग से मनाया जाना चाहिए। प्रयागराज में इस नव वर्ष के स्वागत समारोह देखकर बहुत प्रसन्नता हुई। मुझको शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद जी महाराज के निर्देश पर व डॉ बीवी अग्रवाल के आग्रह से यह सौभाग्य प्राप्त हुआ है।

भोर में पांच बजे हुई शुरुआत
कार्यक्रम का शुभारंभ प्रात: 5 बजे से भक्ति संगीत के साथ हुआ थोड़ी देर बाद शाखोच्चार से हुआ। सूर्य के पहले रश्मि का स्वागत सैकड़ों की संख्या में शंख वादन घंटे घडियाली डमरु मजीरे पुष्प वर्षा के साथ सूर्य की पहली किरण स्वागत अलोकिक हो गया। अन्य प्रमुख विभूतियों में प्रांत प्रचारक काशी प्रांत मनीष ने कहा कि इजराइल के लोगों के पास अ_ारह सौ वर्ष तक उनका देश नहीं था लेकिन वह अपनी संस्कृति को बचाए रखे थे। इसराइल के उदय के बाद उन्होंने अपनी संस्कृति को फैलाया अपनी सनातन संस्कृति सैकड़ों साल से तमाम राजाओं ने राज किया लेकिन संस्कृति बची रही और आज भी अपनी संस्कृति सबसे पुरानी है। यह प्रयागराज का आयोजन बहुत प्रशंसनीय कदम है। संयोजक डॉ बीवी अग्रवाल ने कहा कि कार्यक्रम जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद जी महाराज की प्रेरणा से शुरू हुआ। शुरू करते समय लगा इतनी सुबह का कार्यक्रम लोगों का आगमन कैसे होगा। लेकिन यह कार्यक्रम धीरे-धीरे 6 सालों के जिले वाले जिलों में भी होने लगा कई लोगों को देखा देखी अपनी क्या अभी एकदम को शुरू किए देख कर बहुत अच्छा लगा कि लोगों ने इतना बढ़ चढ़कर अपने घरों से शंख घंटा घडिय़ाल लाकर कार्यक्रम को भव्य और दिव्य बना दिया .समाज के हर वर्ग का इसमें सहयोग है।

वासुदेवानंद की प्रेरणा
तमाम सामाजिक संगठन महान विचारक विश्वविद्यालय से युवा लोग सभी लोग कार्यक्रम में नव वर्ष पर शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद जिन्होंने सबके जीवन में मंगल कामना की सुखी जीवन के लिए मंगल कामना की। जस्टिस मंजू रानी चौहान, संजय श्रीनेत अध्यक्ष लोक सेवा आयोग उत्तर प्रदेश, वीके सिंह अध्यक्ष जिला पंचायत, समस्त सदस्य लोक सेवा आयोग उत्तर प्रदेश, कल्पराज सिंह, रामजी मौर्य, हरेश प्रताप सिंह, डॉक्टर सविता अग्रवाल, आर एन त्रिपाठी मौजूद रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में राजमणि कोल, श्रीमती नीलम करवरिया, हर्षवर्धन बाजपेई, प्रवीण पटेल, वाचस्पति, सिद्धार्थ नाथ सिंह, गुरु प्रसाद मौर्या, प्रभाशंकर पांडे, डा केपी श्रीवास्तव, दीपक पटेल मौजूद रहे। डॉक्टर सविता अग्रवाल ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

Posted By: Inextlive