दस बिस्वा जमीन खरीदने के बाद शुरू हुआ था विवाद एक अन्य को गोली लगी

प्रयागराज ब्यूरो । दस बिस्वा जमीन के विवाद को लेकर कौशांबी जिले के संदीपन घाट एरिया में स्थित पंडा चौराहा के समीप शुक्रवार की भोर में बाप-बेटी और दामाद की सोते समय गोली मारकर हत्या कर दी गयी। गोली चलने की आवाज सुनकर मृतकों के परिवार के अन्य सदस्यों और उनके पहचानवालों की नींद खुल गयी। इसके बाद दोनों पक्षों में संघर्ष हो गया। फायरिंग में एक अन्य को गोली लगी है। घटना के बाद हत्या करने वाले गांव छोड़कर भाग खड़े हुए तो आक्रोशित पब्लिक ने उनके घरों और सामने मिल गये सामानों को आग के हवाले कर दिया। पब्लिक का तेवर जानकर कौशांबी के डीएम और एसपी मौके पर पहुंच गये। पब्लिक आरोपितों का घर ढहाने की डिमांड पर अड़ गयी और बॉडी उठाने से मना कर दिया। इससे उपजे तनाव को शांत कराने के लिए एडीजी प्रयागराज भानु भाष्कर, कमिश्नर प्रयागराज विजय विश्वास पंत और आईजी रेंज प्रयागराज चंद्र प्रकाश मौके पर पहुंच गये। पुलिस ने जबरन बॉडी को कब्जे में लेने का प्रयास किया तो पब्लिक सीधे टकराव की मुद्रा में आ गयी और वाहनों से बॉडी को खींचकर उतारने का प्रयास किया। इस मामले में आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने दो को गिरफ्तार कर लेने का दावा किया है। गांव में तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। अफसर खुद भी वहां कैंप कर रहे हैं। उधर, मृतक पक्ष के लोगों ने कहा है कि जब तक आरोपितों के मकान ढहाये नहीं जाते वे लाशों का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।

10 बिस्वा जमीन लिखवायी थी अपने नाम
क्षेत्र के छबिलवा निवासी 55 वर्षीय होरीलाल सरोज के दामाद 26 वर्षीय शिवसरन ने डेढ़ साल पहले मोहिद्दीनपुर गौस निवासी लालचंद्र से 10 बिस्वा भूमि पंडा चौराहा के समीप अपने नाम रजिस्ट्री कराई थी। इसी जमीन पर वह 22 वर्षीय पत्नी बृजकली के साथ रहता था। परिजनों का कहना है कि पथरहा गांव के अमर ङ्क्षसह ने शिवसरन की भूमि पर कब्जा करने के लिए दो साल पहले प्रयास किया था। इसका मुकदमा विचाराधीन है। जमीन के इसी टुकड़े को लेकर दोनों पक्षों में रंजिश थी। गुरुवार को इन दोनों के साथ ससुर होरी लाल भी मौजूद थे। रात में तीनो को मौत के घाट उतार दिया गया। इसका पता सुबह करीब पांच बजे गांव के लोगों को चला तो उन्होंने होरीलाल के बेटे सुभाष को जानकारी दी। वह भीड़ के साथ मौके पर पहुंचा। उसके साथ मौजूद लोग तीन बॉडी एक साथ देखकर सन्नाटे में आ गये। मृतकों के स्वजन व साथियों ने विवाद के चलते अमर ङ्क्षसह पक्ष को जिम्मेदार बताया और उनके पांच घर व पांच दुकानों को आग के हवाले कर दिया। पब्लिक ने मौके पर पहुंचे चकबंदी अधिकारी (सीओ) चायल मिथलेश कुमार को भी पीटा और पथराव किया। इससे अफरातफरी का माहौल बना रहा। यह सूचना पहुंची तो अफसर गांव में पहुंचने लगे। फायर ब्रिगेड को बुला लिया गया।


मृतक होरीलाल के बेटे सुभाष की तहरीर पर अमर ङ्क्षसह निवासी पथरहा, गुड्डू, अरङ्क्षवद निवासी छबिलवा, मोहिद्दीनपुर गौस निवासी अमित ङ्क्षसह, अनुज ङ्क्षसह, राजेंद्र, सुरेश व अजीत के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है। जांच कर निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी।
बृजेश कुमार श्रीवास्तव
पुलिस अधीक्षक।

बॉडी कब्जे में लेने पर पुलिस से हाथापाई
मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए कब्जे में लेने का प्रयास किया तो लोग भड़क गये। शवों को पुलिस के हाथों से छीनकर नीचे रखवा दिया और हाथापाई भी की। अतिरिक्त फोर्स पहुंचने के बाद पुलिस बॉडी को कब्जे में ले पायी। इससे पहले सुबह करीब छह बजे जब संदीपन घाट व कोखराज थाने की पुलिस गांव पहुंची और परिवारवालों से घटना की जानकारी लेते हुए निरीक्षण करना शुरू किया तो परिवार के लोगों ने उन्हें काफी भला बुरा कहा। यह जानकारी होने पर डीएम, एसपी, एएसपी समेत कई थानों की फोर्स पहुंच गई। पुलिस ने गमजदा स्वजन के साथ उपद्रव कर रहे कुछ लोगों को खदेड़ा भी।
पीटते रहे घरों का दरवाजा
भारी संख्या में फोर्स पहुंच जाने के बाद पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम हाउस भेजवा देने में भले ही कामयाबी हासिल कर लेकिन इसके बाद भी पब्लिक शांत नहीं हुई। आंसुओं की धारा और विपक्षियों को कोसते हुए कभी मृतक होरीलाल की पत्नी राम संवारी विपक्षियों के घर पहुंचकर दरवाजा पीटती तो कभी बेटी गुड्डी ललकारते हुए कहती कि अभी तो खूनी खेल शुरू हुआ है भाग क्यों गए। उनके यह तेवर देखकर अफसर भी सहमे हुए थे। वे इन शब्दों में भविष्य की संभावनाएं तलाश रहे थे। मृतक पक्ष को पुलिस अधिकारी ढांढस बंधाते रहे कि सभी को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है, लेकिन गमजदा स्वजन सिर्फ मरने व मारने की ही बात करते रहे।

Posted By: Inextlive