13000 संस्थाओं को दिया जाएगा अस्थाई कनेक्शनमाघ मेला में इस बार बिजली विभाग के 23 अस्थाई उपकेंद्र बनेंगे. अभी तक यहां 20 उपकेंद्र ही बनाए जाने थे मेला को भव्य बनाने के लिए तीन और उपकेंद्रों को बनाए जाने की तैयारी शुरू कर दी गई है. वहीं तारों का जाल भी इस बार बढ़ाया गया है. विभाग का दावा है कि 31 दिसंबर तक हर हाल में पूरा कार्य करा लिया जाएगा.

प्रयागराज (ब्यूरो)। माघ मेला में पहले 20 अस्थाई उपकेंद्र बनाए जाने थे। 20 उपकेंद्र तैयार होने के बाद तीन और उपकेंद्र बनाए जाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। ये तीनों उपकेंद्र झूंसी की तरफ बनाए जा रहे हैं। इसी प्रकार 11 केवी ओवरहेड लाइन का निर्माण जो पिछली बार 38 किमी। था, इस बार 42 कर दिया गया है। विभाग ने करीब 40 किमी। तार का जाल भी बिछा दिया है। एलटी थ्री फेज छह वायर/एलटी 1 फेज फोर वायर की लाइन 335 किमी। तक दौड़ाई जानी है। विभाग का दावा है कि अब तक 320 किमी। तार दौड़ा दिया गया है। स्नान घाटों पर भी हाईमास्ट लगाने की तैयारी शुरू हो गई है। मेला में 13000 संस्थाओं को कनेक्शन दिया जाएगा। अभी तक 2500 को ही कनेक्शन दिया गया है। साथ ही जैसे-जैसे संस्था यहां आ रही है, उसे कनेक्शन दिया जा रहा है।
सभी कार्य 31 दिसंबर तक हर हाल में पूरा कर लिया जाएगा। सभी कर्मचारियों को विशेष निर्देश दिए गए हैं। साथ ही प्रतिदिन कार्यों की समीक्षा भी की जा रही है।
भविष्य कुमार सक्सेना
अधिशासी अभियंता मेला

खाक चौक को आवंटित की गई 271 बीघा जमीन
माघ मेला के लिए जमीन आवंटन के क्रम में शनिवार को खाक चौक को 271 बीघे जमीन दे दी गई। अब रविवार और सोमवार को आचार्य बाड़ा के संन्यासियों को जमीन दी जाएगी। कुछ जमीन शुक्रवार और बची हुई जमीन शनिवार को बांटी गई। खाक चौक व्यवस्था समिति के प्रधानमंत्री महामंडलेश्वर संंतोष दास सतुआ बाबा की उपस्थिति में शनिवार को भी जमीन दी गई। दिनभर चली आवंटन प्रक्रिया में महावीर पुल के झूंसी तरफ 271 बीघा जमीन दी गई। मेला प्रशासन ने जमीन नाप कर दे दिया। अब संत आपस में जमीन बांटकर टेंट लगाएंगे। जल्द ही इन संतों को सुविधा पर्ची जारी कर दी जाएगी और टेंट लगाने का काम शुरू हो जाएगा।

महावीर पुल के दक्षिणी पटरी पर भी मिलेगी प्रयागवाल को जमीन
तीर्थ पुरोहितों को इस बार महावीर पुल के दक्षिण दिशा में एक प्लाट मिलेगा। शनिवार को यहां पर खाक चौक को जमीन आवंटन के समय से कुछ जमीन बढ़ गई। हाल ही में गंगा का जलस्तर घटने से यह जगह छूटी थी। मौके पर मौजूद तीर्थ पुरोहित राजेन्द्र पालीवाल, राजेश तिवारी उर्फ बबलू तबेलिया आदि ने प्रशासन से इस जमीन की मांग की। इस प्रशासन ने सहमति दे दी है। यहां पर चार प्लाट निकल आएंगे। इसके अलावा दूसरे सेक्टर में उन्हें जमीन दी जाएगी। इस मौके पर मोहनलाल पांडे, वीरेंद्र तिवारी आदि थे। जमीन आंवटन के लिए शनिवार को तीर्थ पुरोहित मेला कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए। तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि आज मेलाधिकारी शेषमणि पांडेय ने जमीन का नक्शा देने को कहा था। लेकिन वह भूमि आवंटन पर टाल मटोल करते रहे। उन्होंने तीन चार दिन का समय मांगा।

कमिश्नर ने पांटून पुल पर ही ली अफसरों की क्लास
माघ मेले की तैयारियों का जायजा लेने के लिए शनिवार को कमिश्नर संजय गोयल पहुंचे। उन्होंने पांटून पुलों का जायजा लिया। वह दोपहर को महावीर पुल पर पहुंचे। पुल पर आवागमन शुरू हो गया है लेकिन फिनिङ्क्षसग का काम बाकी है। इसलिए कमिश्नर ने पुल पार करते ही अफसरों की क्लास ली। कमिश्नर ने लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता अशोक कुमार द्विवेदी से पूछा की महावीर पुल के निर्माण में कितने जेई लगे है। इस पर पुल निर्माण में लगे चारों जेई मौके पर आए। उनसे कमिश्नर ने पूछा कि काम में देरी क्यों हो रही है, क्या श्रमिक कम है। जेई ने बताया कि इसमें 60 श्रमिक लगे हैं। कमिश्नर ने कहा कि जल्द से जल्द काम करें। जरूरत पड़े तो श्रमिक बढ़ा दें।

Posted By: Inextlive