तीन दिवसीय पंचक्रोशी परिक्रमा का शुभारंभ
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद पहली बार आयोजित कर रहा है तीन दिवसीय प्रोग्राम
संगम तट पर गंगा पूजन में अफसर भी संतों के साथ हुए शामिल भक्ति, वैराग्य और त्याग की धरा तीर्थराज प्रयाग में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की तीन दिनी पंचक्रोशी परिक्रमा का सोमवार को शुभारंभ हुआ। संतों, कल्पवासियों और श्रद्धालुओं के साथ पहली बार किन्नर संन्यासी इसका हिस्सा बने। संगम तट पर मंत्रोच्चार के बीच गंगा का पूजन कर यात्रा आरंभ की गई। सर्वप्रथम किला के अंदर स्थित अक्षयवट का दर्शन हुआ। फिर सभी बंधवा स्थित हनुमान मंदिर पहुंचे और शीश नवाया। अक्षयवट से पहुंचे बंधवा हनुमान मंदिरपरिक्रमा यात्रा में अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि, महामंत्री महंत हरि गिरि, श्रीमहंत जमुना पुरी, श्रीमहंत विद्यानंद, श्रीमहंत नारायण गिरि, दंडी संन्यासी जगद्गुरु स्वामी महेशाश्रम, स्वामी विमलदेव आश्रम, स्वामी ब्रह्माश्रम, आइजी केपी सिंह, प्रभारी मेलाधिकारी विवेक चतुर्वेदी, भाजपा महानगर अध्यक्ष गणेश केशरवानी आदि शामिल रहे। अक्षयवट से सभी यात्री बंधवा हनुमान मंदिर आए। यहां पूजन हुआ। फिर यात्रा संगम पुलिस चौकी के पास स्थित दत्तात्रेय मंदिर व महंत शिवदत्त पुरी की समाधि पहुंची। यमुना बैंक रोड स्थित प्राचीन बाबा मौज गिरि मंदिर की परिक्रमा हुई। फिर यात्रा एडीसी चौराहा कीडगंज स्थित जूना अखाड़ा स्थित प्राचीन राम जानकी मंदिर पहुंची। यहां किन्नर अखाड़ा की महामंडलेश्वर कौशल्यानंद गिरि 'टीना मां', महामंडलेश्वर कल्याणीनंद गिरि 'छोटी गुरु', महंत पवित्रा सहित तमाम किन्नर संन्यासी भी शामिल हुए। शूलटंकेश्वर महादेव, आदि माधव, चक्रमाधव, सोमेश्वर महादेव, पनासा आश्रम, वाल्मीकी आश्रम, पर्णास मुनि आश्रम, गदा माधव, सुजावन देव, बीकर के पद्म माधव, भैरो मंदिर, बरखंडी महादेव का दर्शन-पूजन कर पहले दिन की यात्रा को विराम दिया गया।
आम लोग रहे उत्साहित पंचक्रोशी परिक्रमा को लेकर आम लोग उत्साहित रहे। एडीसी चौराहा पर मुकेश लारा, राजेश यादव, शम्भू यादव के नेतृत्व में पुष्पवर्षा की गई। पंचक्रोशी परिक्रमा का इंटरनेट मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मो पर प्रसारण कराया गया। जूना अखाड़ा के प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरि ने फेसबुक, यू-ट्यूब के साथ अपनी वेबसाइट पर प्रसारण कराया। यात्रा का वीडियो विभिन्न वाट्सएप गु्रप व वेबसाइटों में भेजा गया। आज की परिक्रमा मंगलवार को संगम दर्शन-पूजन के बाद परिक्रमा शुरू होगी। यात्री वेणी माधव, नागवासुकी, अलोपशंकरी, नागेश्वरनाथ महादेव, दुर्वासा मुनि आश्रम, पांडेश्वर नाथ महादेव जाएगी।