चोरों ने दी पुलिसिंग को चुनौतीपुलिस कमिश्नर आफिस से बाइक चोरी सिविल लाइंस में केस दर्ज- फ्लैगशहर में बाइक चोरों ने नाक में कर दिया है दमएक के बाद एक कई बाइक उड़ाई

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। पुलिस कमिश्नर, डिप्टी पुलिस कमिश्नर, अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर, एसीपी, पचासों दरोगा, सैकड़ों सिपाही जिस पुलिस आफिस में बैठते हों क्या वहां कोई भी अपराधी वारदात कर सकता है। शायद नहीं। इस जिले में कभी ऐसा हुआ भी नहीं कि पुलिस आफिस में कोई आपराधिक वारदात हुई हो। मगर ऐसा नहीं है। एक चोर ने पुलिस कमिश्नर आफिस में वारदात को अंजाम दे दिया। चोर ने पुलिस कमिश्नर आफिस से बाइक पर हाथ साफ कर दिया। हैरत है कि चोर को इतना भी डर नहीं लगा कि मामला सीधे पुलिस कमिश्नर से जुड़ा है। बाइक होमगार्ड की है। सिविल लाइंस पुलिस ने होमगार्ड की तहरीर पर केस दर्ज कर लिया है। जांच शुरू है। मगर घटना से अफसरों से लेकर सिविल लाइंस पुलिस की नींद उड़ा दी है। यही नहीं हाल ताज के केस देखें तो चोरों ने बाइक चोरी करके पुलिस को खुलेआम चुनौती दे दी है।

डाक लेकर पहुंचे थे होमगार्ड
पुलिस कमिश्नर आफिस में कमरा नंबर नौ कार्यालय एक एसीपी को एलॉट है। एसीपी आफिस में होम गार्ड राजदेव तिवारी की ड््यूटी रहती है। दस जुलाई को राजदेव तिवारी करीब ग्यारह बजे डाक लेकर आफिस पहुंचे। राजदेव ने पुलिस कमिश्नर आफिस परिसर में जामुन के पेड़ के नीचे अपनी बाइक खड़ी कर दी। वह इसके बाद डाक लेकर आफिस चले गए। काम निपटाने के बाद करीब ढाई बजे राजदेव डाक पहुंचाने के लिए बाहर निकले। वह जामुन के पेड़ के नीचे पहुंचे। वहां पर राजदेव की बाइक नहीं थी। यह देखकर राजदेव हैरान रह गए। करीब दस मिनट तक वह आसपास नजर दौड़ाते रहे, मगर बाइक नहीं मिली। इस पर उन्होंने आफिस में लौट कर दारोगा सिपाही को जानकारी दी। वह सभी बाइक खोजने के लिए निकले, मगर बाइक का कोई पता नहीं चला। इस पर राजदेव तिवारी ने बाइक चोरी की तहरीर सिविल लाइंस थाने में दी। तहरीर के आधार पर पुलिस ने केस कर लिया है। इस घटना का जांच अधिकारी दारोगा विनय पाल को बनाया गया है। अब देखना है कि दारोगा विनय पाल कब तक बाइक खोज पाते हैं।

आधा दर्जन से ज्यादा बाइक हो चुकी है बरामद
सिविल लाइंस इंस्पेक्टर रामआश्रय यादव की वर्किंग में कोई कमी नहीं है। पिछले एक महीने का रिकार्ड देखा जाए तो सिविल लाइंस पुलिस ने आधा दर्जन से ज्यादा चोरी की बाइक बरामद की है। मगर आखिर वह चोर कौन है, जिसने पुलिस कमिश्नर आफिस से बाइक उठा कर सीधे सिविल लाइंस पुलिस को चुनौती दे दी है।

इस तरह का पहला मामला
थानों से अपराधी के भाग जाने की खबर आती रहती है। थाने के आसपास से बाइक चोरी या फिर घटना की भी खबर आती रहती है। मगर ये पहला मौका है जब पुलिस कमिश्नर आफिस से बाइक चोरी हुई हो। जाहिर है कि चोर कोई सामान्य नहीं है। ये बात दीगर है कि वह पकड़ लिया जाएगा, मगर बाइक चोरी की वारदात को अंजाम देकर चोर ने यह तो साबित ही कर दिया कि सिविल लाइंस पुलिस की सख्ती किसी काम की नहीं है।


लगातार घटना को दे रहे अंजाम
1- मो.तबरेज मऊआइमा एरिया के रहने वाले हैं। तबरेज कम्प्यूटर का काम करते हैं। वह काम के सिलसिले में आठ जुलाई को इंदिरा भवन आए थे। वह अपनी बाइक खड़ी करके अंदर गए, वापस लौटे तो बाइक चोरी हो गई थी। तबरेज ने सिविल लाइंस थाने में केस दर्ज कराया है।

2- बेनीगंज के रहने वाले अनिकेत मौर्या काम के सिलसिले में सदर तहसील गए थे। वह काम निपटा कर वापस आए तो बाइक गायब थी। घटना तीस जून की है। अनिकेत ने कर्नलगंज थाने में केस दर्ज कराया हे।

3- रसूलाबाद के रहने वाले दीपक जैसवार ई रिक्शा चलाते हैं। वह छह जुलाई की रात प्रयाग जंक्शन पर सवारी के लिए पहुंचे। वह वाशरूम गए थे। पांच मिनट में दीपक लौटे तो ई रिक्शा गायब था। दूसरे दिन ई रिक्शा बैंक रोड पर मिला। उसकी पांच बैटरी, तीनों पहिया और कंट्रोलर मशीन गायब थी। दीपक ने कर्नलगंज थाने में केस दर्ज कराया है।
4- आशु तिवारी नई बस्ती कीडगंज के रहने वाले हैं। वह दस जुलाई की रात को करीब दस बजे सिविल लाइंस में मैक डोनाल्ड पहुंचे। वह बाइक बाहर खड़ी करके मैक डोनाल्ड रेस्टोरेंट में गए। करीब तेरह मिनट बाद वह वापस लौटे। बाइक गायब थी। आशु तिवारी ने बाइक चोरी की रिपोर्ट सिविल लाइंस थाने में दर्ज कराई है।

Posted By: Inextlive