गल्र्स को यह सुविधा बोर्ड एग्जाम स्पेशल होगी
प्रयागराज (ब्यूरो)। फीमेल स्टूडेंट्स को अब दसवीं और बरहवीं बोर्ड एग्जाम्स के दौरान उनकी मैंस्ट्रुअल हाइजीन को लेकर भी सहूलियत दी जाएगी। मिनिस्ट्री आफ एजूकेशन ने इस दिशा में गाइड लाइन जारी की है। केंद्र सरकार के डिपार्टमेंट आफ स्कूल एजूकेशन एंड लिटरेसी (ष्ठह्रस्श्वरु) की ओर से जारी आदेश में गया है कि 10वी और 12वीं बोर्ड एग्जाम के दौरान फीमेल स्टूडेंट्स के स्वास्थ्य, सम्मान और एकेडमिक सक्सेज को नजर अंदाज नही किया जाना चाहिए। इस दिशा में स्कूलों को अपनी ओर से बेहतर कदम उठाने होंगे।
सभी बोर्ड और काउंसिल को किया आगाह
मिनिस्ट्री आफ एजूकेशन का कहना है कि बोर्ड एग्जाम्स के दौरान देश के सभी बोर्ड, काउंसिल और स्कूलों को इस दिशा में पहल करनी चाहिए। खासकर फीमेल स्टूडेंट़़स की मैंस्ट्रुअल हाइजीन को लेकर ठोस कदम उठाने होंगे। इस संबंध में यूपी बोर्ड, बिहार बोर्ड, एमपी बोर्ड सहित देश के सभी बोर्ड, आईएससी, सीबीएसई, केंद्रीय विद्यालय संगठन, नवोदय विद्यालय समिति आदि को भी सचेत किया गया है। कहा गया है कि स्कूलों के पास बोर्ड एग्जाम्स के दौरान मैंस्ट्रुअल हाइजीन से जुड़े सैनिटरी प्रोडक्ट्स और सुविधाएं मुहैया होनी चाहिए। जिससे जरूरत पडऩे पर गल्र्स इनका उपयोग कर सकें। ऐसा नही हुआ तो गल्र्स की एकेडमिक परफार्मेंस पर असर पड़ सकता है। उनका एग्जाम खराब हो सकता है।
बोर्ड एग्जाम्स के दौरान स्कूलों में पर्याप्त मात्रा में सैनिटरी और हाइजीन प्रोडक्ट्स उपलब्ध होने चाहिए। जिससे गल्र्स जरूरत पडऩे पर उन्हे यूज कर सकें।
अगर जरूरत पड़ती है तो गल्र्स स्टूडेंट्स को एग्जाम के दौरान रेस्टरूम ब्रेक भी उपलब्ध कराया जाना चाहिए।
मैंस्ट्रुअल हाइजीन को लेकर समाज में फैले भ्रम और स्टिग्मा का दूर करना जरूरी है।
इसलिए स्कूलों में स्टूडेंट, टीचर और स्टाफ के बीच इस विषय को लेकर सैनिटाइजेशन और समय समय पर अवेयरनेस प्रोगा्रम आयोजित कराए जाने चाहिए। जिससे स्कूलों में स्वस्थ माहौल का निर्माण हो सके। इस दिशा में अवेयरनेस की बहुत अधिक आवश्यकता है। लोगों के बीच जागरुकता का संचार होना चाहिए। बोर्ड एग्जाम के दौरान स्कूलों में ऐसी सुविधाएं दी जा ही है। इनमें नई कडिय़ों को भी जोडऩे का काम किया जा रहा है।
सुष्मिता कानूनगो
प्रिंसिपल, जगत तारन गोल्डन जुबली स्कूल
हम लोग भी चाहते हैं कि इस दिशा में गल्र्स को पूरा सहयोग दिया जाए। पहले से ही स्कूलों में ऐस इंतजाम किए जाते रहे हैं। नइ गाइड लाइन के अकार्डिंग भी कदम उठाए जाएंगे। इस दिशा में गल्र्स को अवेयर भी किया जाता रहा है।
आशीष रंजन प्रिंसिपल, एसएमएसी घूरपुर