मेजा पुलिस और एसओजी की यमुनानगर टीम के हत्थे चढ़ा मोबाइल चोरी व छिनैती करने वाले गैंग के गुर्गे इसी लिबास में रहते थे. गिरफ्तार किए गए पांच गुर्गों के पास से करीब छह लाख रुपये के कीमत के मोबाइल बरामद हुए हैं. जिसे शातिर गुर्गे द्वारा चुराए गए थे या फिर लोगों से छीने गए थे.


प्रयागराज (ब्‍यूरो)। Prayagraj Crime News: गंदे कपड़े और धूल से सने बाल, पांव में टूटी स्लीपर एवं शूज पहन कर परेड मैदान या कहीं और घूमने वाला हर शख्स गरीब ही नहीं होता। इनके लिबास को देखकर आप उन्हें बेचारा समझने की भूल आप को महंगी पड़ सकती है। क्योंकि इस गरीबी के चोले में चोर और बदमाश भी हो सकते हैं। यह मौका पाते ही आप के मोबाइल और पैसे छीन लेंगे। मेजा पुलिस और एसओजी की यमुनानगर टीम के हत्थे चढ़ा मोबाइल चोरी व छिनैती करने वाले गैंग के गुर्गे इसी लिबास में रहते थे। गिरफ्तार किए गए पांच गुर्गों के पास से करीब छह लाख रुपये के कीमत के मोबाइल बरामद हुए हैं। जिसे शातिर गुर्गे द्वारा चुराए गए थे या फिर लोगों से छीने गए थे।

डीसीपी यमुनानगर ने किया खुलासा
इस पूरे मामले का खुलासा सोमवार को डीसीपी यमुनानगर ने किया। टीम द्वारा गिरफ्तार किया गया सरगना शिव कुमार मीरजापुर जिले के कोल्हेपुर थाना जिगना का निवासी है। उसके गैंग में मध्य प्रदेश के जिला शिवपुरी स्थित मइयन थाना बैराड निवासी अजय आदिवासी सेकंड मैन के रूप में जाना जाता था। गैंग में सुभाष कुमार यादव निवासी परमानन्दपुर रिखीपुर थाना हंडिया और बाल्मीकी निवासी दारागंज हरिजन बस्ती झुग्गी झोपड़ी, व हसनैन उर्फ शाहुल निवासी अकोडा थाना कौंधियारा उन दोनों के इशारे पर साथ काम किया करते थे। पूछताछ में पुलिस को पता चला कि इन पांचों की मुलाकात जेल के अंदर हुई थी। यह पांचों घूम-घूमकर रेलवे स्टेशन मेजा रोड, छिवकी, माण्डा रोड, नैनी, संगम क्षेत्र बस स्टैंड, व प्रयागराज और प्रयाग रेलवे स्टेशन व आसपास एरिया में एक्टिव रहते हैं। मौका पाते ही वह मोबाइल और चुरा लेते थे या फिर छीनकर भाग जाते थे। इस चुराए और छीने गए मोबाइल के सिम कार्ड को तुरंत वे तोड़कर फेक देते थे। सारे मोबाइल को लेकर शिव कुमार व सुभाष यादव ग्रामीण इलाकों में अपने एजेंटों को दे दिया करता था। एजेंट एक-एक करके दस और बीस हजार के एंड्रायड फोन को ग्रामीणों के हाथ हजार दो रुपये में बेच देता था। प्राप्त पैसों को सभी आपस में बांट लिया करते थे। इनकी निशादेही पर पुलिस के द्वारा चोरी व छिनैती के 41 मोबाइल बरामद किए गए हैं। जिसकी अनुमानित कीमत पुलिस द्वारा करीब छह लाख रुपये बताई गई है। इनके कब्जे से 14 हजार 600 रुपये नकद भी बरामद किए गए हैं। पुलिस ने इन पांचों शातिरों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया है। डीसीपी यमुनानगर ने बताया कि यह सारे अभियुक्त ज्यादातर परेड ग्राउंड में गंदे कपड़े व टूटे शूज एवं स्लीपर पहनकर घूमा करते थे। घूम-घूमकर अलग-अलग स्थानों पर वारदात को अंजाम देते थे।

Posted By: Inextlive