वो 14 माह से वेतन ले रहे, हमारे भाग्य में धरना
चयनित अभ्यर्थियों ने माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड के बाहर धरने पर बताई अपनी पीड़ा
टीजीटी-2016 के सामाजिक विज्ञान, कला में चयन के बावजूद विद्यालय आवंटन नहीं प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) भर्ती 2016 की अजब तस्वीर है। सामाजिक विज्ञान व कला विषय के चयनित अभ्यर्थी नियुक्ति पाने के लिए विद्यालय आवंटन की मांग को लेकर धरने (सत्याग्रह) पर बैठने को विवश है और उनके साथ के अन्य विषयों के चयनित 14 माह से वेतन पा रहे हैं। आंदोलन कर रहे ये चयनित समझ नहीं पा रहे कि आखिर उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड अंतिम परिणाम घोषित करने के बाद विद्यालय आवंटन न कर दोहरा रवैया क्यों अपना रहा है? दो दिन से दे रहे हैं धरनासामाजिक विज्ञान विषय के चयनित मृत्युंजय सिंह के नेतृत्व में दूसरे दिन गुरुवार को कानपुर, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, हरदोई, बांदा, फतेहपुर, मेरठ, सहारनपुर आदि जिलों से चयनित प्रतियोगी सत्याग्रह में शामिल हुए। अभ्यर्थियों ने कहा कि चयन बोर्ड के अध्यक्ष दफ्तर में मौजूद थे, लेकिन उनकी मांग का समाधान करने की पहल नहीं की। मृत्युंजय सिंह, राजेश यादव ने फिर दोहराया कि चयनित छात्रों के साथ अन्याय के खिलाफ संघर्ष मांग पूरी होने तक रुकेगा नहीं। चयन बोर्ड के मनमाने रवैये के कारण उन्हें चयनित होने के बाद भी परेशान होना पड़ रहा है। सुनील कुमार पंडित, संजीव नारायण ने कहा कि विद्यालय आवंटन किए जाने के साथ ही जिलों में पैनल शीघ्र भेजा जाए, ताकि अभ्यर्थियों के सामने नियुक्ति में समस्या न आए। सत्याग्रह में अवधेश यादव, दीपक सिंह, राम बाबू यादव (सहारनपुर) संतोष सरोज (मेरठ), संजीव यादव (सीतापुर) आदि शामिल हुए।