बारातियों से हुआ था विवाद, 12 हिरासत में
प्रयागराज (ब्यूरो)। चर्चा थी कि यह देखकर मारे गए राज कुमार व पत्नी कुसुम देवी ने विरोध किया था। जिस बात को लेकर उन लड़कों से कुछ विवाद हुआ था। गुरुवार को सुनील घर गया था तो उसकी पत्नी ने भी एक दूधिए पर परेशान करने की बात कही थी। घटना स्थल राज कुमार के घर से थोड़ी दूर स्थित गांव का एक युवक भी है जिस पर शक जाहिर किया गया है। प्रकाश में आए इन तमाम पहलुओं को ध्यान में रखते हुए पुलिस की सात टीमें कातिलों का सुराग लगाने में जुटी है। जिस तरह से पांच लोगों की हत्या की गई उससे यह अनुमान लगाया जा रहा कि हत्यारों की संख्या आधा दर्जन से अधिक रही होगी।
सात टीमें जांच में जुटीफिलहाल मामले की तफ्तीश और कातिलों की तलाश में एसएसपी ने कुल सात टीमें लगाई हैं। इसमें एसओजी, क्राइम ब्रांच, एसटीएफ व थाने की फोर्स के साथ अन्य कई टीमें शामिल हैं। देर शाम इस जांच टीम के जवानों द्वारा करीब एक दर्जन संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया गया है। हिरासत में लिए गए लोगों से पुलिस अपने तरीके से पूछताछ में देर रात तक जुटी रही। वह युवक भी हिरासत में है जिस पर सुनील से उसकी पत्नी परेशान करने की बात कही थी। इनमें जिन बारातियों से विवाद हुआ था, वह भी कुछ युवक शामिल बताए गए हैं। एसएसपी का दावा है कि जल्द ही वह इस सनसनीखेज ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा करेंगे।
बाउंड्री लांघ कर घुसे दरवाजे से भागेएक ही परिवार के पांच लोगों की सामूहिक हत्या को अंजाम देने वाले कातिल उत्तर दिखा में स्थित बाउंड्री की दीवार लांघ कर अंदर घुसे थे। इस बात के उदाहरण बाउंड्री के पास उनके जूते व स्लीपर के निशान हैं। जिस जगह बाउंड्री की दीवार से सटे यह निशान हैं, ठीक उसी के ऊपर बाउंड्री की एक ईंट भी उखड़ी हुई है। इससे यह कयास लगाए रहे कि कातिल इस साइड से ही बाउंड्री की दीवार फांदकर अंदर पहुंचे होंगे। बाउंड्री के अंदर बने दो नए कमरों के बगल नल की तरफ पश्चिम साइड एक लोहे का दरवाजा है। जिसे में कुंडी लगाकर सभी सोया करते थे। मगर लोग पहुंचे तो वह दरवाजा खुला हुआ था। माना यह जा रहा कि वारदात को अंजाम देने के बाद हत्यारे इसी दरवाजे की कुंडी खोलकर नल की तरफ से पश्चिम निकल कर भागे होंगे।
पांव के निशान बता रहे कातिलों का रास्ता
हत्यारों के बेड रूम में आग लगाने की मंशा क्या थी? यह सवाल हर किसी के जेहन पर था। एक बात तो तय है कि हत्या करने वालों का इरादा लूट करने का नहीं था। यदि लूट का मकसद होता तो वह हत्या और लूटपाट के बाद आग क्यों लगाते? कमरे में लगाई गई आग से यह स्पष्ट है कि हत्यारों नशे में थे और वह घटना को दूसरी दिशा देने के लिए आग बेड रूम में आग लगा दिए। घटना स्थल यानी जिस घर में घटना हुई उससे थोड़ी दूरी पर एक गुमटी है जिसके बगम में सरपत का छप्पर बना है। इस छप्पर में बाबा जादूगर का बैनर लगा है। छप्पर में माचिस की डिब्बी व बियर की बोतल से स्पष्ट है कि यहां नशेडिय़ों का जमघट लगता रहा है।
प्रेम प्रकाश, एडीजी