10 जून को जुमा की नमाज के बाद अटाला एरिया में हुआ बवाल के बाद प्रशासन और पुलिस इस बार कोई मौका देने के मूड में नहीं है. पिछली बार मोअजि़्जज़़ धर्म गुरुओं मुतवल्लियों इमामों और मुदर्रिसों के साथ मीटिंग में आपसी सौहार्द बनाये रखने की अपील की गयी थी. इसके बाद भी पुलिस पर सुनियोजित हमला किया गया. इसे देखते हुए प्रशासन ने इस बार सुरक्षा घेरे को मजबूत बनाया है. बुधवार को धर्मगुरुओं के साथ एक बार फिर हुई मिटिंग में सभी को समझाया बुझाया गया. सभी ने एक स्वर से शांति मार्ग को सही बताते हुए ईंट पत्थर और हिंसा के मार्ग को ग़लत बताते हुए हिंसा की पुरज़ोर निंदा की है.


प्रयागराज (ब्यूरो)। इस बार कई गुना पुलिस, होमगार्ड, पीएसी, आरएएफ और पैरा मिलिट्री बल ड्यूटी पर लगाया गया है।संवेदनशील इलाकों में 300 की संख्या में सीसीटीवी कैमरे ऐक्स्ट्रा लगाए गए हैं। 04 ड्रोन कैमरों की व्यवस्था की गई है। 200 वीडियोग्राफऱों की व्यवस्था की गई हैसभी पुलिस, पीएसी और पैरामिलिट्री बलों द्वारा फ़्लैग मार्च किया जा रहा है सीनियर ऑफि़सर्स खुद गुरुवार को संवेदनशील इलाकों में फुट पेट्रोलिंग करते दिखेप्रशासन ने चेतावनी दी है कि आम जनता की सहूलियत और जि़ले की शांति व्यवस्था से क़तई समझौता नहीं किया जाएगा। गड़बड़ी करने या साजि़श रचने वाले क़तई बख़्शे नहीं जाएंगे। वे किसी भी दल या संगठन से ताल्लुक क्यों न रखते हों पब्लिक से अपील की गयी है कि कहीं भी संदिग्ध गतिविधि दिखे तो शेयर जरूर करेंकानून अपने हाथ में लेने से बचें। ईंट पत्थर, लाठी, हिंसा का प्रयोग बिल्कुल न करें
रात में शहर और देहात के होटलों, सरायों, ढाबों, मंदिरों, मस्जिदों, गुरुद्वारों, चर्चों, स्कूलों, मदरसों के आसपास पुलिस पीएसी बलों द्वारा सघन चेकिंग शुरू करा दी गयीपब्लिक से किसी भी संदिग्ध एक्टिविटी की सूचना 112 नम्बर, 9454402863, 9454400248 नंबर पर देने का आग्रह किया गया है

Posted By: Inextlive