अटाला में हुए बवाल के पांच दिन बाद बुधवार को पुलिस ने पत्थरबाजों के पोस्टर वीडियो के फुटेज शॉट जारी किया है. पोस्टर में पत्थर चला रहे युवाओं की स्पष्ट तस्वीरें दिखाई दे रही हैं. पत्थरबाजी कर रहे टोटल 59 युवक व बालकों की तस्वीर बिल्कुल स्पष्ट है. इनकी पहचान और शिनाख्त होना बाकी है. पुलिस ने डिजिटल और प्रिंट प्लेटफॉर्म पर पोस्टर जारी करते हुए पब्लिक से इनके बारे में जानकारी देने का आग्रह किया है. पुलिस की तरफ से पब्लिक को भरोसा दिलाया गया है कि सूचना देने वाले की पहचान को गोपनीय रखा जायेगा. सूचना जुटाने के लिए तीन मोबाइल नंबर भी जारी किए गए हैं.

प्रयागराज (ब्यूरो)। जारी किए गए पोस्टर में पथराव करने वाले ज्यादा युवकों के चेहरे ओपन हैं। कुछ ही ऐसे हैं जिन्होंने पथराव के वक्त चेहरे पर गमछा या मास्क लगा रखा था। पत्थरबाजों की इस भीड़ में कुछ अधेड़ भी शामिल हैं। वह भी हाथ में पत्थर लेकर फेकने की पोजीशन में हैं। किसी के सिर पर टोपी है तो कोई गले में गमछा लपेट रखा है। पुलिस द्वारा जारी की गई पथराव करने वालों की तस्वीरों में कुछ बालक भी बेतहासा पत्थर चला रहे हैं। तस्वीर में उनके चेहरे के हाव भाव यह बता रहे हैं कि उन्हें मानों किसी का कोई खौफ और फिक्र है ही नहीं। पत्थर किसी को लग जाएगा इस बात की चिंता इनके चेहरे पर तनिक भी नहीं झलक रही। बालकों के माइंड को इतना वास कर दिया गया था कि उन्हें भी पुलिस का डर नहीं दिखाई रहा। अफसर जारी किए गए इस पोस्टर को पार्ट वन बता रहे हैं। मतलब यह कि अभी पत्थरबाजों के पोस्टर की और भी सिरीज जारी हो सकती है।

चस्पा होने लगे पोस्टर
अटाला में दस जून को पत्थरबाजी करने वालों की फोटो सामने लाने वाले पोस्टर को सार्वजनिक स्थानों पर भी चस्पा करने की कार्रवाई बुधवार की शाम शुरू कर दी गई। अधिकारियों की मानें तो इन पोस्टरों के करीब ढाई सौ प्रिंट निकाले गए हैं। इसे रेलवे स्टेशन, रोडवेज बस स्टैंड, चाय की दुकानों व टैम्पो टैक्सी स्टेंड पर चस्पा कराया जाएगा। अटाला से लेकर शाहगंज, चौक एरिया और करेली थाना क्षेत्र में भी सार्वजनिक स्थानों पर पोस्टर चस्पा किए जाएंगे। ताकि आम पब्लिक समाज व अमन के इन दुश्मनों को अच्छी तरह पहचान सके। नाते रिश्तेदार व परिवार के लोग भी उनकी हरकतों से वाकिफ हो सकें।

कॉल करने का भी आप्शन
पुलिस अफसरों ने कहा है कि पोस्टर जारी करने का मकसद पत्थरबाजों की पहचान कराना है
कोई भी व्यक्ति पुलिस को गोपनीय तरीके से जारी किए गए तीन मोबाइल व ह्वाट्सएप नंबर पर बता सकता है।
ये नंबर 9454402863, 7905509853 और 8941001786 हैं
पोस्टर में दिखाई दे रहे पत्थरबाजों की सूचना इन नंबरों पर देने वालों का नाम व पता पुलिस पूरी तरह से गोपनीय रखेगी
उसे पुलिस का मददगार माना जाएगा
भविष्य में भी पुलिस ऐसे मददगारों की सूचनाओं और शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए बताए एक्शन लेगी और उनके नाम गोपनीय रखते हुए कार्रवाई करेगी

पत्थरबाजों के पोस्टर बुधवार को एसएसपी द्वारा जारी किए गए हैं। पत्थर फेकने वालों की तस्वीरें पोस्टर में स्पष्ट हैं। इसे सार्वजनिक स्थानों पर चस्पा करने का काम शुरू हो गया है। जारी किए गए नंबर पर पब्लिक का कोई भी व्यक्ति पोस्टर में पत्थरबाजों को पहचान कर सूचना दे सकता है। सूचना देने वाले मददगार का नाम पूरी तरह गोपनीय रखा जाएगा।
डॉ। राकेश सिंह, आईजी प्रयागराज

Posted By: Inextlive