चोरी की सफारी से भौकाल पड़ा महंगा
प्रयागराज ब्यूरो । चोरी की सफारी पर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर चल रहा मेडिकल स्टोर संचालक सोमवार को दबोच लिया गया। उसका गुनाह सिर्फ इतना ही नहीं है। पुलिस व लोगों पर रौब गांठने एवं धोखा देने के इरादे से शीशे पर उच्च न्यायालय भी लिखा रखा था। चोरी की सफाई के शीशे पर लिखे हुए उच्च न्यायालय के सम्मान में कोई रोकता या टोकता नहीं था। मेडिकल स्टोर संचालक के इस करतूत की खबर एसआरएन चौकी इंचार्ज को जरिए मुखबिर मिली थी। चौकी इंचार्ज मामले की जानकारी कोतवाली प्रभारी व अन्य शीर्ष अफसरों को दिए। शीर्ष अफसरों के निर्देेश पर कोतवाली पुलिस सफाई की तलाश में जुटी तो साउथ मलाका में कामयाबी मिल गई। सराफत का चोला ओढ़कर चोरी की सफारी में घूम रहा शख्स एक भी कागज नहीं दिखा सका। पूछताछ में मेडिकल स्टोर संचालक ने बताया कि सफारी को उसने तीन लाख रुपये में खरीदा था।
पुलिस की बात सुन चौंक गया बंगाली
कोतवाली प्रभारी के मुताबिक प्राप्त सूचना पर तलाश की जा रही सफारी को साउथ मलाका से बरामद किया गया। सफारी के शीशे पर एक तरफ उच्च न्यायालय लिखा हुआ था। छानबीन में मालूम चला कि यह सफारी अजय कुमार पुत्र राम बहादुर निवासी बारी थाना फाफामऊ की है। अजय को गिरफ्तार किया गया तो उसने बताया कि मेडिकल स्टोर का संचालक है। पुलिस द्वारा सफारी पर लिखे नंबर को ट्रेस किया गया। आरटीओ वाहन एप पर पता चला कि वह नंबर बंगाल का है। पुलिस बंगाल निवासी उसके मालिक को फोन करके बताई कि इस नंबर की सफारी प्रयागराज में पकड़ी गई है। बंगाल का व्यापारी यह सुनते ही सन्नाटे में आ गया। उसने पुलिस को बताया कि हमारी सफारी तो घर पर खड़ी है। फिर वहां कैसे मिल गई? उसकी बात सुनकर पुलिस भी हैरान रह गई। पुलिस थोड़ा टाइट हुई तो उसने वीडियो कॉल करके घर पर खड़ी सफारी को पुलिस को दिखाया। इसके बाद यह कंफर्म हुआ कि यहां बरामद सफारी पर शातिर फर्जी नंबर लिखकर चल रहा था। पुलिस को बरामद सफारी का एक भी कागज अजय नहीं दिखा सका।
बगैर कागज तीन लाख में खरीदी
कोतवाली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए अजय से सख्ती के साथ पूछताछ की गई। उसने पुलिस को बताया कि सफारी को वह तीन लाख रुपये में जार्जटाउन के लाउदर रोड निवासी राहुल सिंह पुत्र स्व। वीरेंद्र प्रसाद नारायण सिंह से खरीदा था। यह मालूम चलने के बाद पुलिस राहुल सिंह को भी गिरफ्तार कर ली। पुलिस के मुताबिक पूछताछ में राहुल ने बताया कि वह भी इस सफारी को वाराणसी से सेकंड हैंड खरीद कर लाया था। राहुल के पास भी सफारी का कोई कागज पुलिस को नहीं मिला।
अवनेंद्र सिंह
प्रभारी कोतवाली