समानान्तर इंटीमेट थिएटर इलाहाबाद और स्वराज विद्यापीठ ने तीन माह की प्रस्तुतिपरक नाट््य कार्यशाला की शुरुआत की है. सोमवार को इसका उद्घाटन राष्ट्रीय नाट््य विद्यालय नई दिल्ली के पूर्व निदेशक एवं वरिष्ठ रंग निर्देशक देवेंद्र राज अंकुर तथा स्वराज विद्यापीठ के कुलगुरु प्रो आरसी त्रिपाठी ने किया.तय करें कि क्यों आना चाहते हैं इस फील्ड में


प्रयागराज (ब्यूरो)। स्वराज विद्यापीठ में शुरू हुई इस कार्यशाला मेें देवेंद्रराज ने कहा कि सबसे पहले प्रतिभागियों को यह तय करना चाहिए कि वे इस विधा में क्यों आना चाहते हैं। स्वयं से पांच प्रश्न हमेशा करते रहना चाहिए कि मैं कौन हूँ, क्यों हूँ, किसलिए हूँ, क्या करना है, क्यों करना है। इन पांचों प्रश्नों के उत्तर से ही आपको हमेशा अपना रास्ता न•ार आएगा। प्रतिभागियों से कहा कि तीन महीनों में आप रंगमंच की विविधताओं से परिचित होंगे। प्रो। आरसी त्रिपाठी ने कहा कि निरंतर अपने को परिष्कृत करने में इस तरह की कार्यशालाओं का विशेष महत्व होता है। रंगमंच हमें एक दूसरे से जोड़ता है और यही उद्देश्य स्वराज विद्यापीठ का भी है। संस्था की अध्यक्ष प्रोफेसर अनीता गोपेश ने बुके देकर दोनों अतिथियों का स्वागत किया। कार्यशाला निर्देशक अनिल रंजन भौमिक ने सबका धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर समानान्तर नामा अंक तीन बेर्टोल्ट ब्रे$ख्त विशेषांक का लोकार्पण भी हुआ। वरिष्ठ अभिनेता शिव गुप्त एवं कला समीक्षक अमितेश कुमार विशेष रूप से उपस्थित रहे। कार्यशाला में 30 युवक एवं युवतियां भाग ले रहे हैं।

Posted By: Inextlive