कानपुर से जुड़े हैं अटाला बवाल के तार!
प्रयागराज (ब्यूरो)। दस जून को जुमे की नमाज के बाद शहर के अटाला में होने वाला बवाल अचानक नहीं, बल्कि एक सोची समझी साजिश थी। तोडफ़ोड़ से लेकर आगजनी व पथराव और बमबाजी तक एक नापाक रणनीति का हिस्सा था। प्लान तो इससे भी घातक थे, मगर अफसरों की सक्रियता व सूझबूझ के चलते उपद्रवियों की रणनीति कामयाब नहीं हो सकी। यहां हुए इस बवाल के फैले हुए तार के कनेक्शन कानपुर दंगे से जुड़े हैं। चौंकाने वाली यह हकीकत दो दिन तक रिमांड पर लिए गए जावेद पम्प से पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में सामने आई है। रविवार को रिमांड पूरी होने के बाद पुलिस द्वारा मास्टर माइंड जावेद पम्प को फिर देवरिया जेल पहुंचा दिया गया है। पुलिस की मानें तो रिमांड अवधि में उसके द्वारा बवाल से जुड़े कई रहस्यों को बेनकाब किया गया है। जिस पर पुलिस गहन छानबीन करने व सुबूत जुटाने में जुट गई है।
50 लोगों को दी गई थी जिम्मेदारी
अटाला में बवाल के पूर्व बाकायदे एक गेस्ट हाउस में 50 लोगों की मीटिंग हुई थी। पुलिस के मुताबिक उसने बताया कि इस मीटिंग में प्रदर्शन व बवाल को लेकर गहन चर्चा की गई थी। निर्णय लिए गए थे कि हर व्यक्ति 100-100 व्यक्तियों से फिजिकल रूप से मिलकर टीम तैयार करेगा। यह सौ लोगों की टीम घर-घर जाकर प्रदर्शन के लिए लोगों को तैयार करेगी। रणनीति बनाई गई थी कि इस प्रदर्शन में शामिल होने के लिए महिलाओं व बच्चों को भी टीम प्रेरित करेगी। यह मीटिंग किस गेस्ट हाउस में हुई फिलहाल उसका नाम उजागर नहीं किया है। खैर, बताया यह भी गया कि इसी मीटिंग और प्लान के बाद चार जून को जावेद ने सोशल मीडिया पर पोस्ट वायरल किया था। जिसमें लोगों से प्रदर्शन में शामिल होने की अपील की गई थी। पुलिस का दावा है कि पूछताछ में बताया कि उसके द्वारा वायरल किए जाने वाले सारे पोस्ट उसकी बेटी ऑफरीन ही लिखा करती थी। ताकि उसके पिता यानी जावेद पम्प की राजनीति व धाक बनी रहे। इस पूरी प्लान व साजिश में एआईएमआईएम का नेता शाह आलम व पूर्व अध्यक्ष जीशान अहमद बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया था। पुलिस की मानें तो जावेद पम्प के द्वारा ही लोगों को उकसाने व भड़काने वाले पर्चे बांटे गए थे। प्लान के तहत तीन जून को कानुपर में हुए दंगे के बाद चार जून से यहां बवाल कराने की साजिश करने के लिए मीटिंगें शुरू हुई थीं। अटाला में बवाल के संभावना की भनक पहले ही पुलिस को लग गई थी। लिहाजा पुलिस भी पूरी तैयारी में थे। यदि पुलिस पूरी तरह मुस्तैद व सक्रिय नहीं होती तो अटाला का बवाल कानपुर में हुए बवाल से छोटा नहीं होता।
कानपुर के नंबर जावेद की हुई हैं घंटो बातें
रिमांड पर लेकर जावेद पम्प से की गई पूछताछ के बाद पुलिस के मुताबिक उसके जरिए कई मोबाइल नंबर मिले हैं। जिसमें एक मोबाइल नंबर की लोकेशन कानपुर तलाक महल एरिया में मिली है। यह स्थान कानपुर जिस जगह पर बवाल हुआ था उसके पास बताया गया। जिस व्यक्ति का वह मोबाइल नंबर है वे उसी तलाक महल मोहल्ले का है। उस व्यक्ति के इस मोबाइल नंबर पर चार जून से लेकर अटाला में हुए दस जून को बवाल से पहले तक जावेद पम्प की आधा-आधा व एक-एक घंटे तक बातें हुई हैं। अब पुलिस उससे मिले अन्य मोबाइल नंबरों की भी कॉल डिटेल व प्रकाश में आए उस कानपुर के उस व्यक्ति को सर्च करने व उससे जुड़ी डिटेल तलाशने में जुट गई है। जिले अफसर कानपुर के अफसरों से भी संपर्क करना शुरू कर दिए हैं। यही वजह है जिसके आधार पर पुलिस यह मान रही है कि अटाला बवाल कांड के तार कानपुर के दंगे से जुड़े हो सकते हैं। इतनी बातें क्लियर होने के बाद अब पुलिस इस घटना की जांच को लेकर और सक्रिय हो गई है।
अजय कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक