मौसम हुआ खफा
- दिन और रात के तापमान में आधे का अंतर होने से वायरल फीवर की चपेट में आ रहे लोग
- बदन दर्द और जुकाम होना आम बात, डॉक्टर दे रहे अलर्ट रहने की सलाह मौसम में तेजी से बदलाव हो रहा है। मार्च के महीने में दिन में तापमान अचानक बढ़ जाने और रात में हल्की ठंड होने से लोगों की तबियत नासाज हो रही है। यही कारण है कि फीवर, बदन दर्द और जुकाम के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी जारी है। डॉक्टर्स का कहना है कि वायरल इंफेक्शन से बचने के लिए ठंडी चीजों से फिलहाल दूर रहे। घातक है ठंडा पानी व बर्फवर्तमान में दिन का तापमान 33 और रात का तापमान 19 डिग्री के आसपास चल रहा है। इतना बड़ा अंतर होने की वजह से बॉडी इसे एडजस्ट नहीं कर पा रही है और जरा सी लापरवाही से वायरल इंफेक्शन लोगों को अपनी ओर चपेट में ले रहा है। खासकर इस सीजन में ठंडा पानी और बर्फ का सेवन घातक साबित हो रहा है। इससे बॉडी में सुस्ती और सिरदर्द के आम लक्षण प्रकट हो रहे हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि फिलहाल सादे पेयजल का ही उपयोग करें। कम से कम मार्च में ठंडी चीजों से दूरी बनाना जरूरी है। अप्रैल में एक बार मौसम स्थिर हो जाने के बाद खानपान में ठंडा-गर्म एक साथ लिया जा सकता है।
ऐसा करने से बचें - फ्रिज के ठंडे पानी का सेवन न करें। - रात में पंखा या कूलर चलाने से बचें। - दिन में तापमान अधिक होने पर भी एसी से परहेज करें। - गर्म चीज का सेवन करने के तत्काल बाद ठंडी चीजों से दूर रहें। - बाजार की चीजों को खाने से परहेज करें। - खाना खाने से पहले हाथ को साबुन से अच्छी तरह धोएं। - खानपान के बर्तनों की साफ सफाई पर विशेष ध्यान दें। - सर्दी, जुकाम और बुखार वाले मरीजों से दूरी बनाए रखें। सलाद और फलों का करें सेवन बाजार की चटपटी चीजों का लोग अधिक सेवन करने लगे हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि चाट मसाले के पीछे भागने से बेहतर है मौसमी फलों और सलाद का अधिक से अधिक सेवन किया जाए। खाने में ताजे भोजन का उपयोग करें। डॉक्टर्स का कहना है कि ठंड से गर्मी की ओर जाते मौसम में सभी को होशियार रहना जरूरी है। बच्चों और बुजुर्गो पर फोकसइतना ही नही, इस सीजन में बच्चों और बुजुर्गो का अधिक ध्यान रखना जरूरी है। वायरल इंफेक्शन के सबसे ज्यादा चपेट में यही एजग्रुप आ रहा है। क्योंकि इनकी बॉडी में इम्युनिटी पावर कम होती है और जरा सी लापरवाही बरतने पर यह बैक्टीरिया और वायरस की चपेट में आ जाते हैं। यही कारण है कि इनके प्रति अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है।
यह मौसम बच्चों के लिए अधिक खतरनाक है। बेहतर होगा कि उनकी सेहत पर अधिक ध्यान दिया जाए। इसके अलावा बुजुर्गो को भी मौसम के इफेक्ट से बचाना जरूरी है। साफ सफाई पर अधिक से अधिक ध्यान देना होगा तभी इंफेक्शन से बचाव होगा। डॉ। संजय त्रिपाठी, बाल रोग विशेषज्ञ, फोटो