टेक्नोलॉजी के युग में रंगकर्म को बचाकर रखने वाले कलाकार साधुवाद के पात्र


प्रयागराज (ब्‍यूरो)। ईश्वर शरण पीजी कॉलेज के मदन मोहन मालवीय सभागार में उपेन्द्रनाथ अश्क द्वारा लिखित हिंदी नाटक पर्दा उठाओ पर्दा गिराओ का मंचन बुधवार को बुनियाद फाउंडेशन द्वारा किया गया। निर्देशन युवा रंगनिर्देशक असगर अली ने तथा सहयोगी निर्देशक रही रुचि गुप्ता। नाटक में नाट्य संस्थाओं के सामने आने वाली विभिन्न समस्याओं को अपनी अपूर्व हास्य व्यंग्य भरी शैली में चित्रित किया गया।

शिद्दत से जीवंत किये कैरेक्टर्स
जिसमें दिखाया गया कि शाम को कन्सर्ट होने के कुछ ही घंटे पहले क्लब के व्यवस्थापक के पास नाटक में अहम भूमिका निभाने वाले किरदार की चि_ी आती है, जिसमें वह बीमार होने की बात लिखकर नाटक करने में खुद को असमर्थ बताता है। चि_ी पढ़ते ही सभी परेशान हो जाते हैं, लेकिन कंसर्ट का अपने समय पर ही शुरू होना अनिवार्य है। तब व्यवस्थापक और निर्देशक द्वारा किसी तरह से भूमिका में फेर-बदल किया जाता है और ऐसे भी लोग शामिल किए जाते हैं जिन्होंने पहले कभी इतनी अहम भूमिका नहीं निभाई थी.अंतत: नाटक तो होता है लेकिन ऐसी परिस्थिति उत्पन्न हो जाती है कि वह नाटक सभी दर्शकों के लिए हँसी की वजह बन जाता है। मंच पर प्रियांशु अमन, वैभव त्रिपाठी, अमरनाथ, कोमल, ममता, अनामिका, संतराम,अमरजीत, विजय शुक्ला, संदीप कुमार, अनिल, राज सशक्त अभिनय किया। प्रोग्राम में मौजूद कॉलेज के प्राचार्य प्रो आनंदशंकर सिंह ने नाट्यकर्मियों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने रंगकर्मियों को टेक्नोलॉजी युग में रंगकर्म को बचाए रखने की जद्दोजहद के लिए साधुवाद दिया। हिंदी विभाग के डा। महेश प्रसाद राय के द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया। संचालन हिंदी विभाग की डा। गायत्री सिंह द्वारा किया गया। महाविद्यालय के सभी शिक्षकगण और छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।

Posted By: Inextlive