अगर रात में ट्रेन से सफर कर रहे हैं और सफर के दौरान आपको नींद आ रही है और इस दौरान स्टेशन छूटने का डर सता रहा है तो उसकी चिंता करना छोड़ दीजिए. क्योंकि रेलवे अब यात्रियों के लिए अलर्ट मैसेज की सुविधा लेकर आया है. यात्री के डेस्टिनेशन से बीस मिनट पहले आपको यह मैसेज अलर्ट कर देगा. इसके लिए यात्री को मात्र तीन रुपये पे कर सब्सक्राइब करना होगा. रेलवे की इस नई सुविधा को लेकर दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट ने रेल यात्रियों से बातचीत की. उनका कहना है कि अब रात में ट्रेन से सफर के दौरान चैन की नींद ले सकेंगे. क्योंकि कई बार स्टेशन छूटने की चिंता में नींद तक खराब हो जाती थी. लोगों ने इस नई सुविधा का जमकर तारीफ स्वागत किया है.

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। दरअसल, कई बार रेलवे बोर्ड को लोगों के ट्रेन में सोए रह जाने के कारण स्टेशन छूटने की जानकारी अक्सर मिलती रहती थी। रेल यात्री भी इस समस्या को लेकर अपनी बात सोशल मीडिया व रेलवे टोल फ्री नंबर पर करते रहते है। जिसके बाद रेलवे ने इस समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए यह सुविधा शुरू की है। रेलवे ने इस सर्विस को 139 नंबर की पूछताछ सेवा पर शुरू किया है। इस खास सर्विस का नाम 'डेस्टिनेशन अलर्ट वेकअप अलार्म रखा गया है।

रात 11 से सुबह 7 बजे तक मिलेगी सुविधा
इस सर्विस के तहत सफर करने वाले मुसाफिर 139 नंबर के इंक्वायरी सिस्टम पर अलर्ट की सुविधा मांग सकते हैं। यह सुविधा रात 11 बजे से सुबह 7 बजे तक ही मिलेगी। इस सुविधा का लाभ कोई भी उठा सकता है। इस सर्विस को लेने पर आपको स्टेशन आने से 20 मिनट पहले उठा दिया जाएगा। इसके लिए आपको महज 3 रुपये पे करना होगा। 20 मिनट पहले इसलिए आपके फोन पर अलर्ट भेजा जाएगा। ताकि आप अपने लगेज आदि को सही तरीके से व्यवस्थित कर लें और स्टेशन आने पर आराम से उतर सकें।

कैसे ले सकते हैं यह सर्विस
डेस्टिनेशन अलर्ट वेकअप अलार्म शुरू करने के लिए आपको आईआरसीटीसी की हेल्पलाइन 139 पर कॉल करना होगा। भाषा का चयन करने के बाद आपको डेस्टिनेशन अलर्ट के लिए पहले 7 नंबर और फिर 2 नंबर प्रेस करना होगा। अब पूछे जाने पर अपना 10 अंकों का पीएनआर दर्ज करें। इसे कंफर्म करने के लिए 1 डायल करें। ऐसा करने से आपको स्टेशन आने से 20 मिनट पहले वेकअप अलर्ट मिलेगा।

स्टेशन छूटने के डर से कई बार एक-एक घंटे पहले से जग कर बैठना पड़ता था। रात में कोई बताता तक नहीं है आखिर कौन सा स्टेशन आया है या फिर आने वाला है। रेल की यह सुविधा खासतौर पर रात में ट्रेनों में सफर करने वाली महिलाओं के लिए काफी अच्छी है।
वर्जन - मनीषा शुक्ला, रेल यात्री

तीन रुपये कोई ज्यादा अमाउंट नहीं है। कम से कम आदमी रात में आराम से सो तो पाएगा। कई बार नींद तक खराब हो जाती थी। एसी कोच में तो शीशे से बाहर देखने पर अच्छे से दिखाई भी नहीं पड़ता है। आखिर कौन सा स्टेशन आया है। इस सुविधा को शुरू करने के लिए रेलवे को धन्यवाद।
मंगल नायर, रेल यात्री

रेलयात्रियों के लिए ये एक वेकअप कॉल साबित होगी। अक्सर लोग अपने गन्तव्य स्टेशन पर रात्रि में उतर नहीं पाते और असुविधा, असुरक्षित महसूस करने लगते है। बेहद सराहनीय कदम स्वागत योग्य है। सुविधा शुल्क भी नाममात्र है।
अभिषेक सिंह, रेल यात्री

Posted By: Inextlive