स्टेडियम, जिम में लौटी रौनक, तारामंडल भी गुलजार
पहले दिन अंतरिक्ष की वर्चुअल यात्रा में शामिल हुए 120 दर्शक
prayagraj@inext.co.in PRAYAGRAJ: कोरोना महामारी के कारण काफी हद तक लोगों के मनोरंजन पर भी विराम लगा रखा था। ऐसे में शासन ने मल्टीप्लेक्स, मॉल, जिम, स्टेडियम आदि को पांच जुलाई से खोलने का निर्देश दिया था। जिसके बाद लंबे समय से बंद चल रहा जवाहर तारा मंडल भी सोमवार से दर्शकों के लिए ओपेन हो गया। लंबे समय के बाद खुले तारामंडल में पहले दिन दर्शकों की भीड़ उम्मीद से कम रही। लेकिन खगोलीय घटनाओं व ग्रह नक्षत्रों में दिलचस्पी रखने वाले लोग तारामंडल में अंतरिक्ष की वर्चुअल यात्रा के पहुंचे। इस दौरान कुल 120 लोगों ने इस यात्रा का आनंद लिया और जानकारियां हासिल की। पहले दिन चले पांच शोकोरोना संक्रमण कम होने के बाद मंडे से खुले तारामंडल में पहले दिन 5 शो चले। तारामंडल के निदेशक डॉ। वाई रविकिरण ने बताया कि सरकार की ओर से कोरोना से बचाव को लेकर जारी गाइड लाइन के अनुसार सभी तैयारियां की गई थी। इस दौरान बगैर मास्क के तारामंडल में किसी को भी प्रवेश नहीं दिया गया। सभी दर्शकों को हाथों को सैनेटाइज कराया गया। निदेशक ने बताया कि तारामंडल घूमने आए लोगों ने वहां पर मौजूद मॉडल, व पोस्टर को देखने और समझने में खास दिलचस्पी दिखाई। साथ ही कई लोगों ने ग्रहों के मॉडल आदि के साथ सेल्फी भी लिया। इस दौरान दर्शकों को अब तक की खगोलीय घटनाओं की भी जानकारी दी गई। जिसमें पिछले दिनों हुए सूर्य ग्रहण, चन्द्र ग्रहण आदि के बारे में विस्तार से बताया गया। साथ ही ब्ल्यू मून व तारों की बारिश आदि के बारे में जानकारी दी गई। मंगल और मिशन चंद्रयान समेत अन्य रोचक जानकारियां भी लोगों व स्टूडेंट्स के साथ साझा की गई। साथ ही स्टूडेंट्स को आंतरिक्ष विज्ञान में करियर बनाने को लेकर संभावनाओं व तरीकों के बारे में बताया गया।
वर्कआउट करके बहाया पसीनासोमवार से जिम खुलने के साथ ही वहां लोगों की उपस्थिति ने फिर से रौनक ला दिया। इस दौरान पहले दिन लोग पहुंचे और अपनी जरूरत के हिसाब से वर्कआउट किया। इस दौरान कोविड प्रोटोकाल के नियमों का भी कड़ाई से पालन कराया गया। जिससे किसी भी प्रकार से संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। जिम संचालकों ने बताया कि शासन के निर्देश के अनुसार सभी तैयारियां संडे को ही पूरी की जा चुकी थी। सोमवार से जिम खुलने की जानकारी कस्टमर्स को पहले ही दी जा चुकी थी। ऐसे में सबसे को अलग-अलग टाइम स्लॉट दिया गया था। जिससे जिम में भीड़ इकट्ठी न हो।