पुलिस लाइंस में बुधवार की शाम करीब पांच बजे सनसनीखेज वारदात हुई. कारबाइन की गोली सिर में लगने से सिपाही आकाश कुमार 24 की मौत हो गई. गोली की आवाज सुनकर बैरकों व आसपास रहे पुलिस के जवान दौड़ पड़े. सभी मौके पर पहुंचे तो काआश बरगद पेड़ के नीचे जमीन पर खून से लथपथ पड़ा था. बगल में कारबाइन गिरी पड़ी थी. यह मंजर देखकर पहुंचे सिपाहियों के होश फाख्ता हो गए. उन्होंने तत्काल इसकी जानकारी अफसरों को दी तो वे भी मौके पर पहुंच गये. इसके बाद उसे एसआरएन हॉस्पिटल ले जाया गया जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया. इस सूचना से मृतक के परिवार के सदस्य सन्नाटे में आ गये. समाचार लिखे जाने के समय तक मौत के कारणों को लेकर तरह-तरह की चर्चा होती रही. लेकिन कोई खुलकर कुछ बताने से इंकार करता रहा. अफसर इसे सुसाइड बताने की कोशिश में लगे रहे. घटना की सूचना अफसरों की तरफ से मृतक के परिवारवालों को दे दी गयी है.

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। आकाश कुमार वर्ष 2019 बैच का सिपाही था। वह मथुरा जिले के बलदेव थाना क्षेत्र स्थित अरकौनी गांव के निवासी श्रीथान सिंह का बेटा था। पिछले वर्ष ही उसकी शादी हुई थी। अफसर बताते हैं कि उसकी तैनाती उतरांव थाने में थी। पिछले महीने की छह तारीख को वह तीन दिन के लिए अवकाश पर गया था। लौटकर आया तो उसे लाइन भेज दिया गया। तब से वह पुलिस लाइंस की बैरक नंबर सात में रह रहा था। एक अगस्त को उसकी ड्यूटी खीरी निवासी सुदामा देवी सुरक्षा में लगाई थी। सुदामा देवी किसी मुकदमें में गवाह हैं। उन्होंने अधिकारियों को खुद की जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा मांगी थी। इसके बाद सुदामा की सुरक्षा में आकाश को कारबाइन के साथ लगा दिया गया था। पुलिस अफसरों के बताने के अनुसार सुदामा की सुरक्षा में ड्यूटी लगने के बाद आकाश ने अपने नाम कारबाइन अलाट करा लिया था। इसके बाद उनकी रवानगी सुदामा की सुरक्षा ड्यूटी में दर्ज कर दी गयी थी। पुलिस के अनुसार वह एक अगस्त को सुरक्षा ड्यूटी में नहीं पहुंचा। इस पर दो अगस्त को उसके खिलाफ रपट लिख दी गई थी। रपट लिखे जाने के बाद आकाश बगैर कारबाइन जमा किए बैरक में ही रह रहा था।

इस तरह हुई पुलिस लाइंस में घटना
पुलिस लाइंस में शाम करीब पांच बजे कांस्टेबल गैराज के बगल स्थित टॉयलेट के पास से गोली चलने की आवाज सिपाहियों को सुनाई दी। एक के बाद एक दो फायर की आवाज सुनकर जवान टायलेट की तरफ दौड़ पड़े। सभी पहुंचे तो बरगद पेड़ के नीचे टायलेट के सामने खून से लथपथ आकाश जमीन पर पड़ा था। उसके सिर पर गोली लगी हुई थी। कारवाइन भी पास में पड़ी थी। यह देखते ही जवानों की रूह कांप गई। वह जानकारी आरआई और अधिकारियों को दिए। घटना की खबर सुनते ही अफसरों में हड़कंप मच गया। अधिकारी भागकर मौके पर पहुंचे। बगैर देर किए आरआई और कुछ जवान जमीन पर पड़े आकाश को उठाकर एसआरएन हॉस्पिटल ले गए। बताते हैं कि हॉस्पिटल पहुंचते ही डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

मथुरा में रहते हैं परिजन
कांस्टेबल के मौत की खबर से पुलिस महकमें में शोक की लहर दौड़ गई। अधिकारियों द्वारा फोन से जानकारी आकाश के घरवालों को मथुरा में दी गई। खबर सुनते ही वह प्रयागराज के लिए निकल पड़े। समाचार लिखे जाने के समय तक वह यहां नहीं पहुंचे थे। इससे उनकी तरफ से यह पता नहीं चल पाया कि आकाश ने खुद यह कदम उठाया तो इसके पीछे क्या कारण हो सकता है। पुलिस अधिकारियों की मानें तो आकाश ने सरकारी कारबाइन से खुद को गोली मारकर सुसाइड किया है। उसे टायलेट की तरफ जाते हुए या खुद को गोली मारते किसी ने देखा नहीं है।

पुलिस लाइंस में कांस्टेबल द्वारा सरकारी गन से गोली मारकर सुसाइड किया गया है। यह जानकारी मथुरा में उसके घर वालों को दी गई है। वह लोग यहां आ रहे हैं। प्रकरण की छानबीन चल रही है। अभी तो पता नहीं है कि उसने यह कदम क्यों उठाया होगा। घरवालों के आने पर शायद कुछ पता चले।
अजीत सिंह चौहान सीओ कर्नलगंज

Posted By: Inextlive