साल्वर गैंग का शातिराना प्लान फ्लाप
प्रयागराज (ब्यूरो)। सरगना विजयकांत पटेल पहले शिक्षा माफिया डॉ। केएल पटेल के कॉलेज में टीचर था। उसी के साथ रहकर वह विभिन्न परीक्षाओं में ब्लूटूथ व अन्य माध्यमों से अभ्यर्थियों को नकल कराने और प्रश्न पत्र आउट करने एवं परीक्षार्थियों से सेटिंग करने का फन सीखा था। पूरी तरह माहिर होने के बाद विजयकांत केएल पटेल के ही शागिर्द संदीप के साथ खुद का साल्वर गैंग खड़ा कर लिया। एसटीएफ के मुताबिक लेखपाल की लिखित परीक्षा में पास कराने के लिए विजयकांत के जरिए कुल सात अभ्यर्थियों को ब्लूटूथ इयर बर्ड, ब्लूटूथ डिवाइस देकर अलग-अलग परीक्षा केंद्र में भेजा था। एसटीएफ के मुताबिक सरगना ने बताया कि परीक्षा शुरू होने से पहले वह मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव (एमआर) दिनेश कुमार व प्रतियोगी छात्र सोनू कुमार के साथ फाफामऊ थाना क्षेत्र स्थित गोहरी-सोरांव रोड पर स्थित गैस गोदाम के पास पहुंचा। यहां कार के भीतर बैठकर अभ्यर्थियों को पेपर हल करवा रहे थे। तभी इसकी खबर मुखबिर के जरिए एसटीएफ सीओ नवेंदु कुमार को मिल गई। साल्वर गैंग की जानकारी मिलते ही सीओ एसटीएफ दारोगा धर्मेंद्र कुमार व संजय ङ्क्षसह, दिलीप के साथ पहुंच कर कार सवार सरगना विजयकांत पटेल पुत्र इंद्रजीत पटेल निवासी अतनपुर थाना बहरिया व दिनेश कुमार यादव पुत्र मुन्नी लाल यादव निवासी राजेपुर थाना बहरिया और सोनू कुमार पुत्र छोटे लाल पासी निवासी सरायअजीत थाना बहिरया को गिरफ्तार कर लिया। इन तीनों ने एसटीएफ को बताया कि इनके जरिए कानपुर व वाराणसी में परीक्षा दे रहे दो अभ्यर्थियों को नकल कराया जा रहा था। उन दोनों की बाबत एसटीएफ सीओ नावेंदु कुमार द्वारा सूचना कानपुर व वाराणसी टीम को दी गई।
गैंग ने इन्हें दी दिया था ब्लूटूथ डिवाइसएसटीएफ की मानें तो सरगना विजयकांत ने अभ्यर्थी पुष्पेंद्र को उदय प्रताप इंटर कॉलेज भोजूवीर वाराणसी सेंटर, जय ङ्क्षसह पटेल को मायादेवी इंटर कॉलेज गोङ्क्षवदपुर कानपुर नगर सेंटर व रणविजय को प्रयाग विद्या मंदिर कानपुर नगर सेंटर पर डिवाइस देकर भेजा था
इतना ही नहीं अभ्यर्थी जितेंद्र ङ्क्षसह को आर्यभट्ट इंटर कॉलेज कानपुर नगर सेंटर पर परीक्षा देने के लिए ब्लूटूथ डिवाइस देकर भेजा था।
इनके साथ अभ्यर्थी रवि कुमार को सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज कानपुर नगर, सौरभ और अजीत को कानपुर नगर सेंटर पर ब्लूटूथ डिवाइस देकर भेजा था।
एसटीएफ ने बताया कि पुष्पेंद्र, जय ङ्क्षसह व रणविजय डिवाइस लेकर परीक्षा केंद्र के अंदर जा चुके थे। जबकि बाकी अभ्यर्थी सेंटर के भीतर प्रवेश नहीं कर सके थे।
एडवांस के पैसे से खरीदा डिवाइस
सरगना सहित गिरफ्तार तीनों साल्वरों से पूछताछ बाद एसटीएफ सीओ ने बताया कि विजयकांत ने लेखपाल परीक्षा का पेपर साल्व करवाने के लिए हर अभ्यर्थी से 10-10 लाख रुपये में डील किया था। डील फाइनल होने के बाद गैंग के जरिए अभ्यर्थियों से दो लाख रुपये एडवांस लिए गए थे। परीक्षा पूर्ण होने के बाद शेष रुपये गैंग को मिलने वाले थे। एडवांस ली गई रकम से गैंग के द्वारा नकल कराने के लिए इलेक्ट्रानिक डिवाइस की खरीदारी की गई थी।
टीचिंग की नौकरी छोड़ बनाया गैंग
बहरिया इलाके का रहने वाला सरगना विजयकांत वर्ष 2012 में राजकीय पालीटेक्निक शोरो कासगंज से पालीटेक्निक किया था। इसके बाद वर्ष 2016 से 2019 तक वह शिक्षा माफिया केएल पटेल के मुबारकपुर स्थित आइटीआइ कॉलेज में बतौर टीचर नौकरी किया। नौकरी के दौरान ही वह केएल पटेल के साथ नकल कराने का सारा इल्म हासिल कर लिया। वह सोरांव के विवेकानंद आइटीआइ कॉलेज में भी टीचिंग का काम किया था।
एसटीएफ ने किया बरामद
एसटीएफ प्रयागराज के मुताबिक गिरफ्तार किए गए सरगना सहित तीनों अभियुक्तों के पास से ब्रेजा कार बरामद की गई जिसमें वह सवार थे। इसी के साथ 15 ब्लूटूथ ईयर बर्ड यानी डिवाइस, छह सिम कार्ड, छह ईयर बर्ड सेल, नौ ब्लूटूथ डिवाइस कार्ड, दस मोबाइल, एक पैनकार्ड, एक डीएल, 620 रुपये नकद बरामद किए गए हैं।
एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किए साल्वर गैंग
के सदस्य शातिर किस्म के हैं। गैंग ने जिन सात अभ्यर्थियों से सेटिंग की गई थी वह विभिन्न जनपदों के सेंटर पर परीक्षा दे रहे थे। यह मालूम चलने के बाद उन जनपदों को इस बात की सूचना भेज दी गई थी। ताकि वहां की टीम भी उन अभ्यर्थियों को पकड़ सके।
शैलेश कुमार पांडेय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रयागराज