लुटेरी दुल्हन न पति की हुई न परमेश्वर की
प्रयागराज ब्यूरो । ईश्वर को साक्षी मानकर मंदिर में युवक से शादी करने वाली लुटेरी दुल्हन न पति की हुई और न ही परमेश्वर की। पकड़े जाने के पूर्व गैंग मुजफ्फर नगर के एक शख्स को शिकार बनाया था। पिता को उसके बेटे की शादी कराने के लिए कौशाम्बी निवासी सुखलाल ने राजी किया। उसे वाट्सएप पर लड़की की फोटो भेजी गई। लड़की पसंद आने के बाद परिवार लड़के के साथ प्रयागराज पहुंचा। यहां यमुना किनारे स्थित सूल टंकेश्वर मंदिर में गैंग ने गुर्गों ने लुटेरी दुल्हन से शादी करा दी। लड़का पक्ष के लोगों ने लड़की का किरदार निभाने वाली गैंग के गुर्गे को चढ़ावे में मंगल सूत्र, बाली, व बिछिया सहित सोने चांदी के सामान दिया। शादी बाद पत्नी बन चुकी लुटेरी दुल्हन को विदा कराकर परिवार जाने लगा। नैनी पुराने पुल के नीचे पहुंचे ही थे कि बाइक से गैंग के गुर्गे पहुंच कर रोक लिए। वहां डरा धमका कर पूरी ज्वैलरी व पैसा लूटने के बाद दुल्हन बनी महिला को लेकर भाग गए।
हाईवे पर युवक की है चाय की दुकान
शादी कराने के बाद लूटने वाले इस गैंग के खिलाफ नैनी थाने में केस दर्ज कराया गया। मुफ्जफर नगर स्थित हरतौली निवसी अमन सिंह पुत्र रोहताश सिंह द्वारा दी गई तहरीर में पूरी घटना का जिक्र किया गया। पुलिस की तफ्तीश में पकड़े गए नौ अभियुक्तों में पांच महिलाएं व चार पुरुष शामिल थे। शुक्रवार को पुलिस ने सभी को कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया। मामले की छानबीन कर रही नैनी पुलिस ने बताया कि गैंग का सेकंड सरगना कौशाम्बी निवासी सुखलाल है। सुखलाल मुजफ्फर नगर के रहतौली निवासी रोहताश सिंह से संपर्क साधा। रोहतास का बेटा अमन सिंह वहां हाईवे पर चाय की दुकान चलाता है। मुजफ्फर नगर जाकर बनाई जान-पहचान
सुखलाल मुजफ्फर नगर जाकर पहले उससे पहचान बनाया था। पहचान बढ़ी तो उसे पता चला कि रोहताश के बेटे अमन की शादी वहां नहीं हो पा रही है। इसके बाद वह वापस आया और फान करके बताया कि उसके बेटे के लिए रिश्ता खोज लिया है। वह लड़के के साथ यहां यानी प्रयागराज आ जाए। परेशान रोहताश बेटे व परिवार संग चला आया। आने के बाद सुखलाल गैंग की उसी महिला मेंबर करीब 22 वर्षीय काजल को लड़की बताया, जिसकी फोटो पूर्व में देखने के लिए भेजा था। उसके नक्शों नयन को देखकर लड़का व उसके परिवार के मन में लड्डू फूटने लगे। काजल की मां व भाभी एवं बहन का रोल प्ले कर रही मानसी शर्मा, गौरी, सरोज व प्रीती भारतीया शादी के लिए चढ़ावे में मंगल सूत्र व सोने की चेन, बाली, टप्स, नाक की कील और चांदी के पाय बिछिया आदि देने की बात करने लगीं। लड़के के परिवार वाले हामी भरे और वह तयसुदा सारी ज्वैलरी लेकर आ गए।