बेशुमार पॉवर कट की वजह आई सामने
- दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट के खास कैंपेन 'अनलिमिटेड कट उमस से पब्लिक बेहाल' में बिजली विभाग के अधिकारियों से लेकर टेक्निकल इंजीनियर तक ने रखी बात
PRAYAGRAJ: एक तरफ जहां बिजली सप्लाई बेहतर बनाने की कवायद की जा रही है। वहीं दूसरी तरफ कई इलाकों में बिजली संकट अभी बना हुआ है। जिससे लोग काफी परेशान हैं। इसी समस्या को लेकर दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट ने खास कैंपेन 'अनलिमिटेड कट उमस से पब्लिक बेहाल' चला रही है। इस मुहिम की शुरुआत सोशल मीडिया व ट्विटर से शुरू की गई थी। जिसमें लोगों ने शहर की लड़खड़ाते बिजली व्यवस्था के बारे बताया था। वहीं शनिवार को लड़खड़ा रही बिजली व्यवस्था के पीछे की वजह को बिजली विभाग के अधिकारियों से लेकर टेक्निकल इंजीनियर तक ने अपनी बात रखी। पॉवर काट ये हैं प्रमुख कारणएसडीओ विजय तिवारी बताते है कि गर्मी के दिनों में बिजली गुल होने की सबसे बड़ी वजह ट्रांसफार्मर पर जरूरत से ज्यादा लोड है। हालांकि जिन एरिया में आईपीडीएस वर्क के तहत पावर सप्लाई हो रही है, वहां तो यह समस्या खत्म हो गई है। मगर शहर के आधे से ज्यादा एरिया में अभी भी ओवर हेड तारों से ही बिजली की सप्लाई है। इस सप्लाई के लिए जगह-जगह ट्रांसफार्मर लगाए गए है। इन ट्रांसफार्मर पर जब लोड बढ़ता है तो सबसे पहले इसमें फॉल्ट आता है। बिजली के लोड और तेज धूप लगने के कारण ज्यादा हिटिंग बढ़ने से इसके डीओ में फॉल्ट आता है। जैसे ही ट्रांसफार्मर ओवर हीट होता डीओ ब्लास्ट कर जाता है। इसे संबंधित एरिया की बिजली गुल हो जाती है। हालांकि विभाग की तरफ से इसे हिटिंग से बचाने के लिए ट्रांसफार्मर में लगातार ऑयलिंग होती रहती है।
बिजली तार भी डाल रहे व्यवधान एसडीओ रामबाग अतुल गौतम बताते है कि सिर्फ इंसूलेटर, ट्रांसफार्मर और हिटिंग की समस्या ही पावर कट की वजह नहीं है। कई एरिया में तार बेहद पुराने होने की वजह से जर्जर हो चुके है। जैसी ही तारों पर लोड बढ़ता है। उसके टूटने के चांसेस बढ़ जाते है। कई जगह तो तारों में कई जोड़ लगाए गए है। जिसकी वजह से सप्लाई में आए दिन व्यवधान पड़ता रहता है। जब तक इन तारों को नहीं बदला जाता तब तक बत्ती गुल होने की समस्या बनी रहेगी। फाल्ट और फीडर ट्रिपिंगएक्सपर्ट का कहना है कि पावर लाइन के निर्माण के समय ठेकेदार चाइनीज और निम्न गुणवक्ता वाले इंसुलेटर लगा रहे थे। उस समय ही इनके जल्दी खरा होने की आशंका जताई थी। लोकल फाल्ट और फीडर ट्रिपिंग का मूल कारण यही है। जब तक नहीं लगाए जाएंगे तक तब लोकल फाल्ट से छुटकारा नहीं मिलने वाला है। यही इसका स्थायी समाधान भी है।
बिजली चोरी है मुख्य वजह जिले में लाइन लॉस की मुख्य वजह बिजली चोरी है। ग्रामीण क्षेत्र से शहर तक बिजली चोरी की जा रही है। विभागीय सूत्रों की मानें तो शहर में प्रत्येक लाइन मैन ने कुछ कनेक्शन अपनी मर्जी से दे रखे है। जो विभाग में दर्ज ही नहीं है। इसके अलावा मीटर रीडर भी इसमें अहम भूमिका निभा रहे है। लाइन लॉस से 38 फीसद बिजली हो रही बर्बाद विभागीय आंकड़ों की मानें तो जिले को प्रतिमाह मिलने वाली 37.78 फीसद बिजली बर्बाद हो जाती है। जिले का लाइन लॉस 38 फीसद के करीब है। जबकि शासन से इसे बीस फीसद से नीचे होना चाहिए। जिले में डेढ दर्जन के करीब ऐसे फीडर है जहां पर लाइन लॉस पचास फीसदी से भी ऊपर पहुंच गया है। जिसमें अधिकांश फीडर शहर के ही है। इससे विभाग को प्रतिमाह लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है।इंसूलेटर अक्सर बारिश में खराब होते है। देखा जाएं तो बिजली विभाग का भी पूरा काम बिल्कुल पुलिस की तरह है। पब्लिक से सीधे जुटे रहते है। अगर पेट्रोलिंग के लिए पुलिस की तरह ही जीप मिल जाये तो काफी हद रात में कटिया मार पर लगाम लगाया जा सकता है। कटिया मारने वाले एरिया में अगर आदमी हूटर बजा कर घूमेगा तो बिजली चोरी करने वाले में डर बना रहेगा।
सीपी भारती, जेई रामबाग ज्यादातर एरिया में मरम्मत का लगभग हो चुका है। कुछ जगहों पर बचा है। वहां भी तेजी से चल रहा है। पूरी कोशिश होती है कि उपभोक्ताओं को ज्यादा से ज्यादा समय तक बिजली मिले। अगर फिर भी किसी एरिया में किसी कारण से बिजली कटौती सबसे ज्यादा हो रही है। उस एरिया को चेक करा बार-बार आ रही समस्या को दूर किया जाएगा। विनोद गंगवार मुख्य अभियंता प्रयागराज --------------------- अभियान में लोगों का आया जवाब 1 - सोशल मीडिया पर विजय कुमार द्विवेदी ने अपनी बात रखते हुए बताया कि दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के प्रयास से निश्चित तौर पर इस समस्या का हल निकलेगा।2 - मनीषा वर्मा ने कमेंट करके बताया कि लाइट की समस्या तो ऐसी है अभी भी लाइट है भी और नहीं भी। इसके पीछे की वजह है हर समय लो वोल्टेज रहना। सिर्फ पंखा नाम का चलता है। हमारे एरिया में कटिया लगाने वाले भी बहुत हैं। जिसके कारण और समस्या है।
3 - रविंद्र सिंह ने कमेंट करके बताया कि इस वक्त भी लाइट नहीं है। हाईकोर्ट के एरिया में सुबह से ही लाइट चली जाती है गर्मी में हाल बेहाल हो जाता है। सबसे ज्यादा दिक्कत छोटे बच्चे को होती है। फोन करने पर ठीक से अधिकारियों द्वारा जवाब नहीं मिलता है। 4 - फैसल अशफाक अंसारी ने कमेंट करके बताया कि अंडरग्राउंड केबल डालने के नाम पर हुए भ्रष्टाचार को आज शहर झेल रहा है। अगर इस पर काम किया जाए तो बिजली की आधी से ज्यादा समस्या दूर हो जाएगी। 5 - अखिलेंद्र प्रताप सिंह ने कमेंट करके बताया कि ट्रिपलआईटी झलवा के पास लाइट तो ज्यादा काटते ही हैं और लो वोल्टेज की समस्या बराबर बनी रहती है शिकायत करने के बावजूद समाधान नहीं हो रहा है बस मैसेज करते हैं कि आपकी समस्या का समाधान हो गया है 6 - श्रवण शुक्ला ने कमेंट करके बताया कि आवाज ही नहीं वोल्टेज बहुत लो रहता है 20 से 30 बार बमरौली एरिया में लाइट कटी है कभी ट्रांसफार्मर में दिक्कत आती है तो कभी बिना कारण के ही शट डाउन कर दिया जाता है