Prayagraj Crime News: बैंक के डिप्टी मैनेजर ने ही कस्टमर को लगाया 7 लाख 30 हजार रुपये का चूना, दूसरे खाते में ट्रांसफर कर लिया सारा रुपया
प्रयागराज ब्यूरो । Prayagraj Crime News: खून पसीने से कमाई गई रकम को सुरक्षित रखने के लिए आखिर पब्लिक विश्वास करे तो किस पर करे? लोगों के जेहन में यह सवाल यूं ही नहीं उठ रहा है। दरअसल आईसीआईसीआई बैंक फूलपुर में खुले खातों का रक्षक डिप्टी मैनेजर ही लोगों के पक्षों का भक्षक बन गया था। वह गल्ला व्यापारी के राजेश कुमार केसवानी के खाते से एक दो नहीं पूरे सात लाख 30 हजार रुपये एक दूसरे खाते में ट्रांसफर कर लिया। इसके बाद जरिए एटीएम कार्ड उस खाते से सारा पैसा निकाल लिया। यह बात मालूम चलने के बाद व्यापारी ने सरायममरेज थाने में केस दर्ज कराया। शुक्रवार को पुलिस उस डिप्टी बैंक मैनेजर सहित उसके चार साथियों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया।जानिए कैसे किया खाते में खेल
सरायममरेज थाना क्षेत्र के सोरों कटरा बाजार निवासी रमाकांत केसरवानी के बेटे राजेश कुमार गल्ले का व्यापार करते हैं। वह रुपयों का लेनदेन करने के लिए आईसीआईसीआई बैंक की शाखा फूलपुर में अकाउंट खोल रहे थे। पुलिस को दी गई तहरीर में उन्होंने बताया था कि डिप्टी मैनेजर बलराम यादव ने उसकी चेक बुक से सिग्नेचर युक्त एक चेक फाड़कर अपने पास रख लिया था। उसी चेक का प्रयोग करते हुए वह डिप्टी मैनेजर उसके खाते से एक दो नहीं पूरे सात लाख 30 हजार रुपये दूसरे खाते में ट्रांसफर कर लिया। फिर उस दूसरे खाते के एटीएम कार्ड का प्रयोग करके वे सारा पैसा निकाल लिया। व्यापारी राजेश की इस तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया। मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस द्वारा आरोपित की तलाश शुरू की गई। 53 हजार रुपये बरामद हुए पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपित डिप्टी मैनेजर बलराम यादव थाना क्षेत्र के सोरो का निवासी है। जबकि पकड़े गए उसके तीन अन्य साथियों में एक का नाम विशाल यादव पुत्र रमेश चंद्र यादव निवासी मकनपुर मोड़ थाना व जिला भदोही हाल पता बक्शीखुर्द दारागंज प्रयागराज है। दूसरा गौरव सिंह उर्फ चंकी पुत्र संजय सिंह निवासी शेरपुर कुपलहां थाना कोतवाली भदोही हालपता बक्शीखुर्द दारागंज, शास्वत सिंह उर्फ तन्नू पुत्र दीपेंद्र संिह निवासी कुपलहा थाना कोतवाली भदोही हालपता बक्शीखुर्द दारागंज प्रयागराज शामिल है। बताया गया कि डिप्टी मैनेजर के पास से तीन लाख व सोने की एक चेन जिसकी अनुमानित कीमत एक लाख 26 हजार से भी अधिक व एटीएम कार्ड, डेढ़ लाख रुपये विशाल तो एक लाख रुपये गौरव सिंह के पास मिले। जबकि शास्वत के पास से 53 हजार रुपये बरामद हुए हैं।