यहां पुलिस भी असुरक्षित है
प्रयागराज (ब्यूरो)। शहर के गड़ीवान मोहल्ले का अविवाहित सौरभ द्विवेदी प्राइवेट काम करता है। उसके पिता कुलदीप नारायण द्विवेदी की मौत हो चुकी है। बताते हैं कि घर में भाई गौरव, मां व बहन के साथ रहता है। बुधवार को सौरभ पारिवारिक बातों को लेकर भाई गौरव से झगड़ा करने लगा। देखते ही देखते दोनों के बीच तीखी बहस मारपीट तक जा पहुंची। दोनों भाइयों को आपस में मारपीट करते देखकर बहन ने डॉयल 112 पर पुलिस को फोन कर दी। कॉल के कुछ ही देर बाद दारोगा प्रमोद कुमार टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। दरोगा प्रमोद घटना की बाबत पूछताछ कर रहे थे। इस बीच आरोपित सौरभ द्विवेदी घर से बाहर आया तो दरोगा उसे पकडऩे की कोशिश करने लगे। मगर सौरभ इतना दबंग निकला कि दारोगा से हाथापाई पर उतर आया। उसके हमले से दरोगा प्रमोद जख्मी हो गए। चोट आंख के ठीक नीचे चेहरे पर लगी। थोड़ा सा बचा यदि उसका पंच थोड़ा ऊपर लगा होता तो दरोगा की आंख भी जा सकती थी। चोट लगते ही दरोगा प्रमोद जमीन पर गिर पड़े। यह देख आसपास मौजूद लोगों में अफरातफरी मच गई। खबर मिलते ही खुल्दाबाद के कार्यवाहक थानाध्यक्ष रामकिशोर ङ्क्षसह फोर्स के साथ घटना स्थल पर पहुंचे और जख्मी दारोगा को अस्पताल भिजवाकर इलाज करवाया। इसके बाद दारोगा की तहरीर पर आरोपित सौरभ के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस के मुताबिक आरोपित सौरभ के खिलाफ उसके भाई गौरव ने भी मुकदमा दर्ज कराया है। देर शाम तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी।
केस-1अगस्त महीने की 27 तारीख को हंडिया के अब्दुल्लापुर गांव में राजस्व टीम के साथ पुलिस जमीन की पैमाइश में गई हुई थी। पैमाइश के दौरान दबंगों के द्वारा पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया था। जेल जाने के डर से बेखौफ दबंगों द्वारा पुलिस को दौड़ाकर हमला किया गया था। इस हमले में व पथराव मतें दो जवानों को काफी चोटें आई थीं। शेष भागकर जान बचाए थे। मामले में आधा दर्जन लोग नामजद और करीब 20 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज हुआ था।
केस-2
जून महीने की 11 तारीख को शहर के खुल्दाबाद इलाके के अटाला में सबसे बड़ा बवाल हुआ था। जुमे की नमाज के बाद पुलिस टीम पर दबंगों के द्वारा जमकर पथराव किया गया था। इसमें पुलिस व पीएसी के कई जवानों को काफी चोटें आई थीं। इस घटना से पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया था। उस वक्त यहां एसएसपी रहे अजय कुमार पांडेय सहित तमाम अधिकारियों द्वारा हमलावरों को शांत कराने की पूरी कोशिश की गई थी। मगर बात नहीं बनी और पुलिस पर हमला जारी रहा। जवाब में पुलिस को फायरिंग तक करनी पड़ी थी। मुख्य आरोपित जावेद पम्प के घर तक को ढहा दिया गया था।
फरवरी महीने की 22 तारीख को कैंट पुलिस पर एसओजी के जवानों पर राजापुर में हमला हुआ था। पुलिस उस वक्त असलहों के तस्कर की सूचना पर उन्हें गिरफ्तार करने के लिए पहुंची थी। पुलिस के पहुंचते ही शातिर अपराधियों ने महिलाओं को आगे कर दिया था। महिलाएं के साथ शातिरों द्वारा पुलिस टीम पर पथराव किया गया था। दो पुलिस कर्मियों को दांत काट कर दबंग घायल कर दिए थे। पथराव से दरोगा आशीष व सिपाही मनीष को काफी चोटें आई थीं। इस घटना की सूचना मिलने पर कई थानों की फोर्स पहुंचने के बाद पुलिस पर हमला करने वाले उस वक्त भाग गए थे।
पीआरवी के दारोगा पर हमला करने वाले के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। गिरफ्तारी के लिए टीमें लगाई गई है। अभियुक्त के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस तरह की पूर्व में जो भी घटनाएं हुई हैं। उनमें भी यदि कोई आरोपित वांछित है तो उनकी भी गिरफ्तारी जल्द ही कराई जाएगी।
शैलेश कुमार पांडेय, एसएसपी प्रयागराज