पहले भी कल बन चुकी है जहरीली शराब
-पिछले वर्ष फूलपुर क्षेत्र में सात लोगों ने तोड़ दिया था दम
हंडिया में जहरीली शराब पीने से हुई कई लोगों की मौत पहली घटना नहीं है, इससे पहले भी जिले में इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं। पुलिस की कोशिशों के बाद भी जहरीली शराब की बिक्री हो रही है और लोग इसके शिकार हो रहे हैं। अभी पिछले वर्ष नवंबर माह में फूलपुर के अमिलिया गांव में जहरीली शराब पीने के कारण सात लोगों की मौत हो गई थी। इसमें पुलिस अधिकारियों ने संबंधित थाने के प्रभारी, चौकी इंजार्च और कई सिपाहियों को निलंबित किया था। जिसे देशी शराब के ठेके से शराब खरीदी गई थी, उसके संचालक समेत तीन के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। 10 वर्ष पहले मऊआइमा में चली गई थी 14 लोगों की जानइसके पहले वर्ष 2010 में मऊआइमा क्षेत्र में जहरीली शराब से 14 लोगों की मौत हो गई थी। मृतक मऊआइमा कस्बा, मऊदोस्तपुर और अल्ली ब्रि¨सगपुर गांव के रहने वाले थे। इन सभी ने मऊआइमा के शाहगंज मुहल्ला में रहने वाली शांति नामक महिला से पाउच वाली शराब खरीदी थी। यह शराब अवैध थी। इसी के सेवन से लोगों की जान गई थी। शांति की भी मौत इसी शराब के चलते उस समय हुई थी। पुलिस अफसरों ने तत्कालीन थाना प्रभारी, कस्बा चौकी इंचार्ज और कई सिपाहियों को निलंबित कर दिया था। शांति के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था, लेकिन शांति की मौत के बाद इस पूरे मामले को बंद कर दिया गया।