साल्वर बैठाकर पास कर ली दरोगा बनने की लिखित परीक्षा अंगूठे में फंस गया वेरीफिकेशन दर्ज हुई रिपोर्ट जाना होगा जेल शारीरिक मानक परीक्षा व अभिलेखों के सत्यापन के दौरान पुलिस लाइंस में खुल गयी पोल बदन पर वर्दी चढ़ाने की चाहत में अभ्यर्थी सर्वेश कुमार वर्दी वालों से ही फ्राड कर बैठा. यहां पुलिस लाइंस में बायोमीट्रिक मिलान के दौरान उसकी पोल खुल गई. मशीन पर जब उसके थम्ब कैच नहीं किए तो अफसरों को शक हुआ और दबोच लिया गया. पूछताछ में मालूम चला कि वह ग्राम पचवारी इग्लास जिला अलीगढ़ का रहने वाला है. इस बीच जो बातें उसके द्वारा बताई गईं वह चौंकाने वाली रहीं. कर्नलगंज थाने में उसके विरुद्ध फ्राड सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज करके पुलिस ने जेल भेज दिया. वह लिखित परीक्षा पास करने के बाद यहां डाक्यूमेंट व शारीरिक परीक्षण कराने के लिए पहुंचा था.

प्रयागराज (ब्यूरो)। गिरफ्तार अभियुक्त सर्वेश उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा आयोजित उपनिरीक्षक नागरिक पुलिस, प्लाटून कमांडर पीएससी की सीधी भर्ती 2020-2021 में बतौर अभ्यर्थी शामिल था। इसकी लिखित परीक्षा 2021 के नवंबर महीने में लखनऊ के सेंटरों पर हुई थी। लखनऊ में हुई लिखित परीक्षा के दौरान वह अपनी जगह किसी दूसरे को बैठा दिया था। उसके रोल नंबर पर बैठे शातिर के द्वारा लिखित परीक्षा दी। लिहाजा अभियुक्त सर्वेश यह एग्जाम पास हो गया। लिखित परीक्षा में पास हुए अभ्यर्थियों का इनदिनों शारीरिक मानक परीक्षा व अभिलेखों के सत्यापन का कार्य प्रयागराज के पुलिस लाइंस में चल रहा है। सोमवार को सर्वेश कुमार भी वर्जिनल अभिलेखों और प्रवेश पत्र के साथ पुलिस लाइंस पहुंचा था। नंबर आया तो यहां पुलिस अफसरों के द्वारा उसकी बायोमीट्रिक जांच की गई। बायोमीट्रिक मशीन में ङ्क्षफ्रगर ङ्क्षप्रट मिसमैच होने पर अफसरों को उस पर शक हो गया। वैज्ञानिक अधिकारी व आइईआरटी चीफ प्राक्टर विकास प्रजापति द्वारा उसके ङ्क्षफ्रगर ङ्क्षप्रट की गहन जांच की गई। तमाम कोशिशों के बावजूद उसके फिंगर का मैच मशीन पर नहीं हुआ। इसके बाद जिस प्रवेश पत्र के फोटो का मिलान किया गया। इस बीच फोटो भी मैच नहीं हुई। इस पर बायोमीट्रिक टीम के दारोगा अमित कुमार सहित अन्य जवान उसे दबोच लिए। पूछताछ की गई तो उसके द्वारा इस परीक्षा में की गई सेंधमारी का खुलासा हो गया।

यहां भी पकड़ा गया उसका फ्राड
लिखित परीक्षा में अपनी जगह दूसरे को बैठाकर पास होकर आया था। लिहाजा अफसर उसके भविष्य को देखते हुए कोई कसर नहीं छोडऩा चाह रहे थे।
इसलिए फोटो मिलान डेस्क पर उसके प्रवेश पत्र की कम्प्यूटर से भी जांच की गई गई। ऑनलाइन कम्प्यूटर से प्रवेश पत्र के फोटो का मिलान हुआ तो भिन्नता पाई गई।
लिखित परीक्षा के दौरान प्रवेश पत्र पर जो फोटो लगाई गई थी, वह जिस प्रवेश पत्र को लेकर सोमवार को यहां आया था उस पर नहीं थी।
इससे साबित हो गया कि लिखित परीक्षा में उसके द्वारा किसी साल्वर को बैठाया गया था। इस तरह सर्वेश के द्वारा वर्दी के लिए वर्दी वालों से ही किया गया फ्राड सामने आया।

उसके रोल नंबर पर लखनऊ में हुई मुख्य परीक्षा में कोई और बैठा था। यह बात जांच पड़ताल से साबित हो गई है। उसका फोटो व ङ्क्षफ्रगर ङ्क्षप्रट यहां लिया गया तो दोनों भिन्नता पाई गई है। उसने भी पूछताछ के दौरान लिखित परीक्षा में दूसरे को बैठाने की बात स्वीकार की है। उसकी जगह परीक्षा में कौन बैठा था यह अभी नहीं कबूल रहा।
रविशंकर निम, एसपी प्रोटोकाल/नोडल परीक्षा

Posted By: Inextlive