शहर के बड़े कारोबारियों में से एक आशा एंड कंपनी के मालिक प्रवीण मालवीय सोमवार की सुबह अपने ही घर की छत पर बने गोदाम में फांसी के फंदे पर लटकते मिले. पता चलने के बाद परिवार के लोग उन्हें अस्पताल ले गये लेकिन डॉक्टर्स ने जवाब दे दिया. प्रवीण मालवीय की मौत की खबर ने परिवार के सदस्यों के साथ ही शहर के व्यापारियों को हिलाकर रख दिया. तमाम लोग उनके आवास पर सांत्वना व्यक्त करने के लिए पहुंचे. पुलिस ने बॉडी का पोस्टमार्टम कराया और उसे परिजनो को सौंप दिया. देश भर में विख्यात आशा एंड कंपनी के मालिक ने यह कदम उठाया क्यों? इस पर स्पष्ट जवाब नहीं मिला. इसका डिप्रेशन बताता जा रहा है. लेकिन इतना बड़ा बिजनेस अम्पायर खड़ा होने के बाद भी वह किस बात को लेकर डिप्रेशन में थे? इसका जवाब परिवार के सदस्य नहीं दे पाये. पुलिस ने परिवार के सदस्यों से पूछताछ करके आत्महत्या के कारण तलाशने की कोशिश की लेकिन समाचार लिखे जाने के समय तक वह भी इस पर कुछ बता पाने की स्थिति में नहीं थी

प्रयागराज (ब्यूरो)। प्रवीण मालवीय सिविल लाइंस एरिया में सरदार पटेल मार्ग पर बने अपने आवास में रहते थे। रविवार रात तब सब कुछ ठीक था। रोज वह मॉर्निंग वॉक पर जाया करते थे। सुबह आठ बजे तक वह दिखे नहीं तो परिवारवालों को चिंता हुई। उन्होंने खोजबीन शुरू की। इसी चक्कर में उनकी पत्नी रूबी दूसरे फ्लोर पर बने गोदाम की तरफ पहुंची तो दरवाजा खुला देखकर उनका दिल बैठ गया। कमरे में प्रवेश करने पर सामने का सीन उनके होश उड़ा देने वाला था। गोदाम में उनके पति प्रवीण मालवीय की बॉडी फांसी के फंदे से लटक रही थी। यह देखते ही वह चीख पड़ीं। उनकी आवाज सुनकर घर के अन्य लोग व मेड पहुंचे। इन लोगों ने मिलकर बॉडी को नीचे उतारा। परिवार के सदस्यों का कहना था कि उस वक्त सासें चल रही थीं इसलिए उन्होंने पुलिस को सूचना देकर बुलाने के बजाय उन्हें लेकर पास के प्राइवेट हॉस्पिटल पहुंचे। यहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया तो वे बॉडी लेकर घर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। मृतक प्रवीण के एक बेटा और एक बेटी है। बेटी वर्तिका की शादी बंगलुरु में हुई है। वह इन दिनो अपने ससुराल में है। यहां वह पत्नी के अलावा बेटे यशार्थ और बहू मेघा के साथ रहा करते थे।

नहीं मिला कोई सुसाइड नोट
कोई यह आसानी से यकीन नहीं कर पा रहा कि इतने बड़े व्यापारी सुसाइड भी कर सकते हैं। खबर मिलने पर पहुंची सिविल लाइंस पुलिस मौके पर पहुंच गई। जिस गोदाम में सुसाइड की बात परिवार द्वारा कही गई, पुलिस ने उसकी तलाशी ली। तलाशी बाद पुलिस ने कहा कि गोदाम के कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। इसके बाद पुलिस द्वारा बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया है। आशा एण्ड कंपनी के मालिक प्रवीण मालवीय तीन भाइयों में सबसे छोटे थे। बताते हैं कि उनके सबसे बड़े भाई अनादि मालवीय हैं। उनके बाद श्याम मालवीय फिर प्रवीण मालवीय थे। एक रिश्तेदार ने कहा कि उनके एक भाई श्याम मालवीय की मौत हो चुकी है।


फाड़ दी मीडियाकर्मी की डायरी
शहर के प्रतिष्ठित व्यापारी प्रवीण मालवीय की मौत के बाद हर शख्स कारण जानने की कोशिश में लगा रहा। मीडियाकर्मी पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे परिवार के सदस्यों से कारण जानना चाहते थे। यहां रिपोर्टर ने प्रवीण के इकलौते बेटे और कुछ रिश्तेदारों से सवाल किया कि आखिर इतने बड़े व सूझबूझ रखने वाले व्यापारी ने सुसाइड क्यों कर लिया? इसका सीधा जवाब नहीं मिला और मीडियाकर्मियों ने लोगों के बीच आपस में हो रही बातों को नोट करना शुरू कर दिया तो बेटा तैश में आ गया। उसने पत्रकार के हाथ से डायरी छीनकर पन्ने को फाड़कर फेंक दिया।


संडे को सेलीब्रेट किया था पोते का बर्थ-डे
प्रवीण मालवीय के बेटे यशार्थ ने बताया कि रविवार को उनके बेटे का जन्मदिन था। इस पर उन्होंने सागर रत्ना में पार्टी दी थी। इसमें क्लोज और रिलेटिव शामिल हुए थे। वैसे मीडियाकर्मियों ने यशार्थ से घटना के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि वह पत्नी के साथ बाहर गये थे। फोन पर सूचना मिली तो वह वापस लौटे हैं। घर पहुंचे तो बॉडी को फांसी पर से उतारा जा चुका था। लोगों ने बताया कि सांस चल रही थी, इसलिए उन्हें लेकर पास के अस्पताल पहुंचे। वहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। फांसी क्यों लगायी होगी? इसका उन्होंने खुलकर जवाब नहीं दिया।

Posted By: Inextlive