विरोध पर बदमाशों ने वृद्ध को मार डाला
प्रयागराज (ब्यूरो)। जूड़ापुर दांदूपुर गांव निवासी प्रेम प्रकाश मिश्र के तीन बेटे व दो बेटियां हैं। बेटा पंकज उर्फ आशुतोष लखनऊ तो कुमुद गोरखपुर में परिवार संग रह कर नौकरी करता है। जबकि छोटा बेटा नीलेश यहां शहर में किराए पर रहकर तैयारी कर रहा है। तीनों घर पर नहीं थे। दोनों बेटियां भी खादी के बाद ससुराल में ही रह रही हैं। घर पर वृद्ध प्रेम प्रकाश मिश्र व उसकी पत्नी नीरजा देवी ही रहती थी। मकान पक्का बना है, छत की सीढिय़ां बेहद असुरक्षित हैं। कोई भी बगैर किसी अवरोध के सीढिय़ों से छत पर जा सकता है। क्योंकि दरवाजा या चैनल नहीं लगा। सोमवार रात रोज की तरह दम्पति खाना खाए और दरवाजा बंदकर कमरे में रखी तख्त पर सो गए। रात करीब ढाई बजे यमदूत बनकर बदमाश उनके घर के अंदर दाखिल हो गए। अनुमान लगाया जा रहा कि बदमाश छत के रास्ते गए होंगे। बदमाश घर में घुसे सामान टटोलने लगे। बताते हैं कि इस बीच कुछ आहट पाकर वृद्ध की नींद खुल गई। वह बिस्तर कर बदमाशों का विरोध करने लगा। बदमाशों से उसके संघर्ष के कयास बिखरे हुए बर्तन और सामान से लगाए जा रहे हैं। विरोध को देखते हुए बदमाश मौत बनकर वृद्ध प्रेम प्रकाश पर टूट पड़े। पति की जान खतरे पर देख वृद्ध नीरजा भी बचाने की हर कोशिश में जुट गई। माना जा रहा है कि दोनों के विरोध पर बदमाशों ने पहले प्रेम प्रकाश के सिर व चेहरे पर गंभीर प्रहार किया। रॉड व डंडे एवं ईंट से ही नहीं नुकीली चीज से भी हमला किया गया। गंभीर चोट लगने से वृद्ध की मौत हो गई और वह जमीन पर गिर पड़ा। पति की हत्या व जमीन पर बिखरे खून को देख उसकी पत्नी विरोध में जान पर खेल गया। बदमाशों ने उसके भी सिर व चेहरे पर गंभीर प्रहार कर दिया। वह बेसुध होकर जमीन पर गिर पड़ी तो हत्यारे उसे भी मृत समझ बैठे। इसके बाद आलमारी से लेकर संदूक तक खंगालने के बाद बदमाश दरवाजे के रास्ते से भाग निकले। खून से लथपथ पति की बॉडी के पास ही नीरजा देवी भी अचेत पड़ी थी।
गया था फूल लेने और मिले आंशू
सुबह उसका देवर राम प्रकाश मिश्र फूल तोडऩे भाई प्रेम प्रकाश के घर के पास पहुंचा। राम प्रकाश के मुताबिक उसकी भाभी नीरजा देवी रोज सुबह पांच बजे ही उठ जाया करती थी।
प्रति दिन वह फूल तोडऩे जाता तो उसे चाय भी पिलाती थीं। मगर मंगलवार को दरवाजे खुले थे और बुलाने के बावजूद नीरजा की आवाज अंदर से नहीं आई।
इस पर वह कई दफा भइया- भइया कहकर आवाज दिया। कोई उत्तर नहीं मिलने पर राम प्रकाश मिश्र घर के अंदर दाखिल हुआ तो मंदर देखकर चीख पड़ा।
उसकी आवाज सुनकर कर परिवार व पड़ोस के लोग दौड़ पड़े। रोंगटे खड़े कर देने वाली इस घटना को देख सभी सन्नाटे में आ गए।
घटना की जानकारी सोरांव पुलिस को दी गई। खबर मिलते ही एसएसपी, एसपी गंगापार व सीओ सोरांव फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे।
लोगों ने देखा तो नीरजा की सांसें चल रही थीं। इस पर राम प्रकाश मिश्र व परिवार के अन्य लोग उसे फाफामऊ प्राइवेट हॉस्पिटल ले गए। डॉक्टरों ने उसे एसआरएन हॉस्पिटल रेफर कर दिया।
देर शाम तक उसकी हालत गंभीर बनी हुई थी। वृद्ध की बॉडी का पुलिस द्वारा पोस्टमार्टम कराया गया। उसके शरीर व सिर एवं चेहरे पर करीब एक दर्जन जख्म डॉक्टर द्वारा बताए गए।
मारे गए प्रेम प्रकाश मिश्र के बड़े बेटे आशीष उर्फ पंकज मिश्र द्वारा पुलिस को अज्ञात के खिलाफ तहरीर दी गई। मुकदमा दर्ज करके पुलिस कातिलों की तलाश में जुट गई।
मारे गए वृद्ध के बेटे द्वारा पुलिस को अज्ञात के खिलाफ तहरीर दी गई है। मामले की रिपोर्ट दर्ज कर कातिलों की तलाश शुरू कर दी गई है। पड़ताल में उसकी किसी से कोई दुश्मनी सामने नहीं आई। लुटेरों या लोकल चोरों का यह काम लग रहा है।
शैलेश कुमार पांडेय, एसएसपी प्रगयाराज