रेल पटरी पर रहने वालों बच्चों की सुधरेगी जीवनशैली
प्रयागराज ब्यूरो ।भारत रेलविद्या फेलोशिप अभियान चलाकर रेल पटरी के आस पास एवं सड़कों पर रहने वाले बच्चों के जीवनशैली एवं शिक्षा के स्तर में सुधार करने का प्रयास करेंगे। ड्रीम्स वीवर्स एसोसिएशन के सहयोग की वजह से उत्तर मध्य रेलवे के भारत स्काउट्स और गाइड्स ने परिवर्तनकारी भारत रेलविद्या फेलोशिप कार्यक्रम शुरू करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है।उत्तर मध्य रेलवे अग्रणी और दूरदर्शी देश के युवाओं को पांच प्रमुख शहरों प्रयागराज, मिजऱ्ापुर, कानपुर, टूंडला और अलीगढ़ में सड़क पर रहने वाले बच्चों के जीवन को सुधारने वाला है।
2019 में की थी शुरुआत
इस सराहनीय पहल के पीछे पीछे एक समर्पित गांधी फेलो सागर सिसोदिया और उनकी मां ममता सिसोदिया के दिमाग की उपज है। इन्होंने इन्होंने 2019 में आरडीडब्ल्यूए की शुरुआत की थी। कम से कम 50 समर्पित युवा सदस्यों के अटूट समर्थन देने के बाद आरडीडब्ल्यूए लगातार सैकड़ों स्ट्रीट- के साथ काम कर रहा है। अलीगढ़ और टूंडला में बच्चों को जोड़ा। उनके उल्लेखनीय प्रयासों को राष्ट्रीय और वैश्विक दोनों स्तरों पर मान्यता मिली है।
एमओयू पर हस्ताक्षर के समय, आरडीडब्ल्यूए का प्रतिनिधित्व इसके सम्मानित सदस्यों ने किया, जिनमें निदेशक ममता सिसौदिया, संस्थापक सागर सिसौदिया, अनिंद्या रैना और उच्च न्यायालय की प्रतिष्ठित वकील सोनाक्षी अरोड़ा शामिल थे। इस मौके पर डीआरएम हिमांशु बडोनी, एडीआरएम संजय सिंह, एसएन डी अभिषेक और स्काउट जिला सचिव ममता रानी श्रीवास्तव की उपस्थिति में किया गया।