न्यायिक आयोग के दर्ज किया कई लोगों का बयान
प्रयागराज ब्यूरो । आईएस 227 गैंग के सरगना अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के मामले में जांच के लिए गठित न्यायिक आयोग की टीम के द्वारा अब तक कई लोगों के बयान दर्ज किए गए। पूर्व मुख्य न्यायाधीश हाईकोर्ट दिलीप बाबा साहब भोसले की अध्यक्षता में पांच सदस्य टीम के जरिए कई पत्रकारों का भी बयान दर्ज किया गया। मामले में 25 अप्रैल से 19 मई 2023 तक किए गए कार्यों एवं तफ्तीश पर हुई बैठक में विस्तृत चर्चा की गई।
सर्किट हाउस में टीम चेक की फुटेज
न्यायिक आयोग की टीम द्वारा पांच मई को धूमनगंज थाना व घटना स्थल काल्विन हॉस्पिटल का निरीक्षण किया गया था। इस दौरान सम्बंधित पुलिस अधिकारी व पुलिस के जवान एवं काल्विन हॉस्पिटल के डॉक्टर एवं मेडिकल कर्मचारियों से घटना की जानकारी जुटाई गई थी। घटना से जुड़े अभिलेखों का भी मुआयना किया गया था। बताते हैं कि इस दौरान भानु भास्कर आईपीएस अपर पुलिस महानिदेशक प्रयागराज जोन एवं सीपी रमित शर्मा और डीएम संजय खत्री भी मौजूद रहे। न्यायिक आयोग की टीम छह मई को सर्किट हाउस में बैठक की। बैठक के दौरान घटना की वीडियो क्लिपिंग व सीसीटीवी कैमरों के फुटेज भी न्यायिक आयोग की टीम के अफसरों द्वारा देखे गए।
दस दिनों के भीतर भेज सकते हैं सूचना
साथ ही अन्य सम्बंधित अभिलेखों भी टीम के लिए कब्जे में लिए गए। इसी बीच चिन्हित किए गए चिकित्सा कर्मियों, पुलिस के जवानों व मीडिया कर्मियों को घटना से सम्बंधित शपथ पत्र दाखिल करने की नोटिस न्यायिक आयोग के द्वारा दी गई। बताते हैं कि 16 मई को सर्किट हाउस में फिर बैठक हुई। इस दौरान प्राप्त शपथ पत्रों के आधार पर छह चिकित्सा कर्मियों व आठ मीडिया कर्मियों से उनके साक्ष्य रिकार्ड करने के लिए अगले दिन आयोग के समक्ष बुलाया गया। इसी के साथ घटना से सम्बंधित जानकारी रखने वाले किसी भी व्यक्ति को दोपहर 12 बजे से साढ़े चार बजे के बीच न्यायिक आयोग के कार्यालय कक्ष संख्या 205 द्वितीय तल विकास भवन जनपद लखनऊ उत्तर प्रदेश पर व्यक्तिगत रूप से अधिकृत प्रतिनिधि के माध्यम से या पंजीकृत डाक से या आयोग के ई-मेल पर प्रकाश के लिए दस दिनों के अंदर देने की सूचना निर्गत की गई। बतात चलें कि कल्विन गेट पर 15 अप्रैल की शाम पुलिस अभिरक्षा में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की तीन शूटरों ने हत्या कर दी थी। कत्ल के इसी मामले की जांच के लिए न्यायिक आयोग की टीम गठित की गई थी।