गर्मी के साथ रोड पर एक्सीडेंट का पारा भी चढ़ता जा रहा है. तेज धूप और गर्मी चालकों का कंसन्ट्रेशन बिगाड़ दे रही है. इसके डिस्टर्ब होने की वजह से गर्मी में हादसे बढ़ते जा रहे हैं. पिछले चार महीनों में हुई एक्सीडेंट की घटनाएं इस बात के पुख्ता उदाहरण हैं. यह वे घटनाएं हैं जिनका डाटा ट्रैफिक पुलिस के रजिस्टर में अंकित है. तमाम ऐसे भी रोड एक्सीडेंट हुए जिसमें किसी की जान नहीं गई और उसके बारे में किसी को पता ही नहीं चला. मनोचिकित्सक कहते हैं कि ऐसे मौसम में वाहन चालकों को ड्राइविंग के वक्त अलर्ट रहना चाहिए.

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। गर्मी के इस मौसम में आसमान से धूप आग सरीखे बरस रही है। बेतहासा गर्मी और धूप से लोग परेशान तो हैं ही, वाहन चालकों का कंसन्ट्रेशन भी बिगड़ रहा है। जिसकी वजह से रोड एक्सीडेंट की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। आंकड़ों पर गौर करें तो पिछले चार महीनों में जिले भर के अंदर 390 एक्सीडेंट हुए। एक्सीडेंट की इन घटनाओं में करीब 162 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। इतना ही नहीं, इस एक्सीडेंट की जद में आने से 264 लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए। हालांकि इलाज बाद सभी घायलों की जान बच गई। बढ़ते हादसों के पीछे मनोचिकित्सक गर्मी को बड़ी वजह बताते हैं। कहते हैं कि तेज धूप और गर्मी वाहन चालकों को कंसन्ट्रेशन डिस्टर्ब कर रही है। गर्मी और धूप की वजह से दिमाग की नशें गर्म हो जाते हैं। दिमाग की नशों के गर्म होने से कंसल्ट्रेशन पर असर पड़ता है। बॉडी में व मानसिक संतुलन में चेंज आने और जल्दी गंतव्य तक या छांव में पहुंचने की जल्दबाजी में चालक स्पीड बढ़ा देते हैं। ऐसी सिचुएशन में आदमी को क्रोध भी अधिक आता है। यह स्थिति झल्लाहट पैदा करती है। इस स्थिति को भी मनोचिकित्सक गर्मी में हादसों के गढऩे की एक अहम वजह मानते हैं।

390 एक्सीडेंट जिले के अंदर चार माह में हुए
162 लोगों को इन हादसों में गंवानी पड़ी जान
264 लोग इस रोड एक्सीडेंट में हुए हैं घायल

महीना एक्सीडेंट मौत घायल
जनवरी 78 33 53
फरवरी 88 43 54
मार्च 109 41 77
अप्रैल 115 45 80

गर्मी व धूप के इस मौसम में सफर करते समय पानी अपने साथ जरूर रखें और बराबर पीते रहें
इससे शरीर और दिमाग का तापमान ठंडा रहेगा, सन ग्लास का प्रयोग जरूर करें
ड्राइविंग करने से पहले मुंह अच्छी तरह से धुल लें। इससे दिमाग को ताजगी मिलेगी
धूप की वजह से रोड पर सन्नाटे को देखकर गाड़ी की स्पीड कभी नहीं बढ़ाएं
यदि आप बाइक चला रहे हैं तो हेलमेट जरूर पहनें, सूती गमछा भी सिर पर लगाएं
इससे गमछा पसीने से गीला होगा और सिर को कूल रखने में सहायक होगा

गर्मी व धूप का मानसिक और मनोदशा दोनों पर काफी असर पड़ता है। इसलिए ऐसे मौसम में ड्राइविंग करते वक्त कुछ बातों का विशेष ध्यान देना जरूरी है।
डॉ। राकेश पासवान, मनोचिकित्सक

रोड एक्सीडेंट की घटनाओं में लापरवाही और हाईस्पीड बड़ी वजह होती है। गर्मी के मौसम और धूप में ज्यादातर लोग बाहर नहीं निकलते। इस लिए सड़कें खाली देखकर लोग रफ्तार तेज कर देते हैं और यह स्थिति हादसे की वजह बन जाती है। लोग यदि ट्रैफिक रूल्स का पालन करें तो हादसे काफी कम हो सकते हैं।
अजीत सिंह चौहान, सीओ कर्नलगंज/ ट्रैफिक

Posted By: Inextlive