हाईकोर्ट के आदेश के बाद असहलाधारियों को मिली राहतहजारों लोगों की कमाई का जरिया है असलहा

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। कुलदीप सिंह ने करीब तीस साल पहले बंदूक खरीदी थी। उस समय बंदूक रखना शान की बात मानी जाती थी। ऐसेे में कुलदीप ने भी अपनी शान बढ़ाने के लिए बंदूक खरीद ली। मगर एक वक्त ऐसा भी आया जब वही बंदूक कुलदीप की कमाई का जरिया बन गई। कुलदीप ने सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी कर ली। बंदूक के साथ गार्ड की नौकरी करने से वेतन भी ठीकठाक मिलने लगा, मगर चुनाव ने कुलदीप की पेशानी पर बल डाल दिया। कुलदीप परेशान हो गए। अगर बंदूक जमा हो गई तो फिर नौकरी कैसे चलेगी, मगर पिछले हफ्ते हाईकोर्ट के एक आदेश ने कुलदीप की परेशानी को कम कर दिया है। हालांकि इसके बाद भी अभी दौड़भाग बाकी है।


हाईकोर्ट के आदेश से राहत
इस बार शस्त्र लाइसेंस धारकों के लिए राहत है। हाईकोर्ट ने बगैर ठोस वजह के शस्त्र जमा करवाने पर रोक लगा दी है। हालांकि अगर पुलिस के पास ठोस वजह होगी तो फिर शस्त्र जमा करने के लिए पुलिस सख्ती बरत सकती है। मगर अभी तक जिले में कोई ऐसा मामला सामने नहीं आया है, जिसमें पुलिस को सख्ती बरतनी पड़ी हो। वहीं, अब तक करीब दस हजार से अधिक लोग अपना शस्त्र जमा कर चुके हैं।

सुरक्षा के मद्देनजर जमा कराए जाते हैं शस्त्र
चुनाव की आचार संहिता लागू होने के बाद शांति कायम रखने के लिए पुलिस अपने थाना एरिया में लाइसेंस धारकों के शस्त्र जमा कराती है। ताकि चुनाव के दौरान अशांति का माहौल न पैदा हो। ऐसे में इस बार भी पुलिस ने शस्त्र जमा करवाना शुरू कर दिया है। ये आचार संहिता लागू होने के बाद से शुरू है। जिले में शस्त्र लाइसेंस धारकों की संख्या करीब अड़तीस हजार पांच सौ है। जिसमें से करीब दस हजार लोग अपने शस्त्र जमा कर चुके हैं।


शस्त्र रखने का करा लिया आदेश
करुणाशंकर शुक्ला पूर्व सैनिक हैं। भूतपूर्व सैनिक कल्याण निगम बोर्ड के जरिए करुणाशंकर इलाहाबाद विश्वविद्यालय में सुरक्षा कार्य देखते हैं। करुणाशंकर ने बताया कि निगम की तरफ से कार्यरत पूर्व सैनिकों को शस्त्र रखने का आदेश लखनऊ से करा लिया गया है।

कैसे करें मुश्किल को आसान
- सिक्योरिटी एजेंसी से कराएं अपना वेरीफिकेशन
- वेरीफिकेशन लेटर को अपने थाने में करें जमा
- पुलिस को बताएं शस्त्र जमा न करने का कारण
- थाने में कराएं अपने शस्त्र का वेरीफिकेशन
- जान का खतरा होने पर न जमा करें शस्त्र

तब पुलिस जमा करा लेगी शस्त्र
- यदि कोई आपराधिक केस दर्ज है तब
- किसी ने शिकायत की है तब
- चुनाव में अशांति पैदा करने का शक है तब

38500 शस्त्र लाइसेंस हैं जिले में
10 हजार के करीब शस्त्र हो चुके हैं जमा

Posted By: Inextlive