पहले लगी बूस्टर डोज फिर मिला प्रशिक्षण
प्रयागराज (ब्यूरो)। कुछ ईवीएम में चार्जिंग की समस्या भी देखने को मिलीं। कर्मचारियों ने बताया कि जैसे ही ट्रेनर्स ने मशीन को स्टार्ट किया, वह थोड़ी देर में बंद हो गई। बाद में पता चला कि बैटरी उतर गई है। फिर उसे चार्ज कर स्टार्ट किया गया। स्पेशल ट्रेनर्स से जब इस बार में पूछा गया तो उन्होनें बताया कि कुछ मशीनों में दिक्कत आई है। लेकिन चिंता की बात नही है। मुंडेरा मंडी से लाने के दौरान रखरखाव में कुछ तार लूज हो जाते हैं जिसकी वजह से ऐसी परेशानी का सामना करना पड़ता है। प्रशिक्षण के दौरान खराब मिले इवीएम को ठीक कर दिया जबकि चार वीवीपैट बदल दिए गए।
पहले वैक्सीन लगा दो फिर पोर्टल पर चढ़ा देना
चुनाव आयोग के आदेश के मुताबिक मतदान कार्मिकोंं को प्रशिक्षण से पहले कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज लेनी थी। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ओर से वैक्सीनेशन काउंटर बडी संख्या में बनाए गए थे। लेकिन सुबह से ही दिक्कतें आने लगीं। कोविन पोर्टल के स्लो चलने की वजह से ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन में दिक्कतें आ रही थीं। डाटा अपलोड नही हो पाने से वैक्सीनेटर्स और कार्मिकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वैक्सीनेटर्स का कहना था कि हमारे पास टीचर्स की ड्यूटी लगाई गई थी लेकिन उनके नही आने से पूरा काम हमारे कंधों पर आ गया है। अभी वैक्सीन लगा रहे है और बाद में इस पोर्टल पर चढ़ाना होगा।
मिली बूस्टर किट
इस दौरान कार्मिकों को प्रशासन की ओर से इम्युनिटी बूस्टर किट भी प्रदान की गई। इसमें टानिक, च्यवनप्राश और आयुर्वेदिक दवाओं के साथ पैरासिटामाल व अन्य मेडिसिन शामिल रहीं। मतदान में ड्यूटी कर रहे कार्मिकों को इसका सेवन करना होगा। जिससे वह कोरोना संक्रमण से लड़ सकें। पहले दिन दो पालियों में हुए प्रशिक्षण में बिशन जानसन गल्र्स कॉलेज और मेरी लूकस में 2400-2400 कार्मिकों को प्रशिक्षण के लिए बुलाया गया था। कार्मिक प्रभारी सीडीओ शिपू गिरि व्यवस्थाओं को चाक चौबंद करने के लिए बार-बार प्रशिक्षण स्थल का चक्कर लगाते रहे।
तीन दिन में आए सौ आवेदन
चुनाव में सरकारी नौकरी में कार्यरत पति-पत्नि दोनों की ड्यूटी लगा दी गई है। ऐसे परिवारों में दोनों में से किसी एक का नाम काट दिया जाएगा। उनका आवेदन लिया जा रहा है। कलेक्ट्रेट में बनी विंडो के प्रभारी ने बताया कि तीन दिन में सौ से अधिक ऐसे आवेदन आ चुके हैं। इसी तरह गंभीर बीमारियों से ग्रसित मतदान कार्मिकों की ड्यूटी काटने के लिए सीएमओ के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम का गठन किया गया है। यह कमेटी आवेदक के डाक्यूमेंट््स का सत्यापन कर नाम हटाने का रिकमंडेशन प्रशासन से करेगी।
कार्मिकों को प्रशिक्षण के लिए बुलाया गया था और इसमें से 368 कर्मचारी अनुपस्थित रहे। डीएम संजय खत्री ने इनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।