इकलौते बेटे अनिल यादव के कत्ल की खबर सुनकर वासुदेव यादव शनिवार को दिल्ली से घर पहुंचा. दरवाजे पर रखी गई बेटे की बॉडी को देखते ही वह चीखने लगा. दोपहर के वक्त सिरसा घाट पर वह बेटे की चिता को आग देकर घर लौटा. पूरे परिवार में उसकी हत्या से दूसरे दिन भी कोहराम मचा रहा. जांच में जुटी पुलिस का शक ढाबा राम सिंह यादव पर गहराता जा रहा है. अब तक की तफ्तीश में जो तथ्य सामने आए हैं वह जमीन के साथ आशनाई की तरफ भी जा रहे हैं. माना जा रहा है कि कत्ल की इस वारदात से पर्दा उठेगा तो एक महिला का भी सेहरा सामने आ सकता है.


प्रयागराज (ब्‍यूरो)। उतरांव थाना क्षेत्र के घाटमपुर गांव निवासी वासुदेव यादव दिल्ली में रहकर गाड़ी चलाया करता था। उसका इकलौता बेटा यहां मां के साथ रहता था। शुक्रवार की सुबह अनिल की बॉडी घर के पास स्थित प्राथमिक स्कूल के परिसर में मिली थी। मामले में चाचा लालचंद की तहरीर पर गांव के गोलू मौर्या, लालू, राम सिंह आदि के खिलाफ केस दर्ज हुआ था। पोस्टमार्टम बाद परिवार के लोग बॉडी लेकर घर चले गए। अंतिम संस्कार के लिए उसके पिता का सभी इंतजार कर रहे थे। अनिल का विता वासुदेव शनिवार सुबह घर पहुंचा। इसके बाद सिरसा घाट पर अनिल की बॉडी का अंतिम संस्कार किया गया। केस की तफ्तीश में जुटी पुलिस कई एंगल पर काम कर रही है। माना जा रहा है कि इस घटना में जमीन के साथ ढाबा संचालक के आशनायी का भी मामला सामने आ सकता है।

प्रकरण में हर एंगल पर जांच की जा रही है। पूछताछ में आशनायी का भी एक एंगल सामने आया है। इसकी भी गहना से जांच की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद ही सही गलत का पता चल सकेगा।श्रवण कुमार, थाना प्रभारी उतरांव

Posted By: Inextlive