हत्या करके दरवाजे से निकाला डॉक्टर अंदर से कुंडी लगाकर खिड़की से भागा था साथी..
प्रयागराज ब्यूरो । रामबाग स्थित देवड़ा सदन में लगभग नग्न अवस्था में मृत पायी गयी 35 वर्षीय संगीता ने आत्महत्या नहीं की थी। उसकी हत्या की गयी थी। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की तरफ से पहले ही दिन जता दी गयी आशंका मंगलवार को घटना के खुलासे के बाद पूरी तरह से सच साबित हुई। हत्या करने वाला वही डॉक्टर निकला जिसके नाम पर मकान था। घटना के दिन जिसे डॉक्टर ने पहचानने से इंकार कर दिया था बेसिकली वह उसके साथ लिव इन रिलेशन में रह रहा था। कैंसर सर्जन डॉ। दीपेंद्र चंद्रा के साथ हत्या को अंजाम देने में उसका एक और साथी शामिल था। दोनों ने संगीता को गला घोंटकर मौत के घाट उतारा था। उन्होंने परिस्थितियां इस तरह की क्रिएट कर दी थी कि घटना आत्महत्या लगे। शुरुआती दौर मे पुलिस भी आत्महत्या की लाइन पर ही चल रही थी। लेकिन, पुलिस ने केस को छोड़ा नहीं और चुपचाप साक्ष्य जुटाने में लगी रही। साक्ष्य मिले एकाउंट की डिटेल से। डॉक्टर और मृतका संगीता के नाम तीन ज्वाइंट एकाउंट देखकर पुलिस के कान खड़े हो गये। इसके बाद कड़ाई से पूछताछ शुरू हुई तो पूरी घटना खुल गयी। डॉक्टर दीपेंद्र चंद्रा को कोतवाली पुलिस द्वारा जेल भेज दिया गया है।
साक्ष्य जुटाकर डाला डॉक्टर पर हाथ
हत्यारोपित डॉक्टर दीपेंद्र चंद्रा पुत्र स्व। जीवनचंद्र मिश्रा एमआईजी प्रीतम नगर थाना धूमनगंज का निवासी है। उसने एक फ्लैट देवड़ा सदन रामबाग अपार्टमेंट में फ्लैट ले रखा था। पुलिस के मुताबिक 2017 में डॉ। दीपेंद्र चंद्रा की पत्नी का निधन हो गया। पत्नी की मौत के बाद वह बेटी संग रहने लगा। चूंकि, बेटी थी और खुद डॉक्टर होने के नाते उसके पास वक्त नहीं था, इसलिए उसने नीवां की एक महिला को अपने यहां बतौर मेड रख लिया। मेड उसके परिवार का अच्छी तरह ख्याल रखती थी। कुछ समय बीता को मेड अपनी बेटी संगीता को भी डॉक्टर के घर लाने लगी। डॉक्टर की नजर संगीता पर पड़ी तो उसके दिमाग में खुराफात का कीड़ा रेंगने लगा। वह मेड के पूरे परिवार पर मेहरबान हो गया और उसके परिवार का पूरा खर्च उठाने लगा। डॉक्टर से रिस्पांस मिला तो संगीता उस पर फिदा हो गयी। बात यहां तक बढ़ गयी कि मां ने संगीता की शादी तय की तो डॉक्टर ने दबाव बनाया कि वह रिश्ता फाइनल न करे। इस चक्कर में संगीता की मां ने डॉक्टर के घर का काम छोड़ दिया। उसने बेटी संगीता की शादी लखनऊ के एक लड़के से कर दी। यह रिश्ता छह महीने भी नहीं चला और उसे हमेशा के लिए छोड़कर डॉक्टर के पास आ गई थी। तब से वह डॉक्टर के साथ लिव इन रिलेशन में रहने लगी थी। डॉक्टर ने उसे रामबाग का फ्लैट में रख दिया और आने-जाने लगा। यह जानकारी होने के बाद संगीता से उसके परिवार के लोगों ने रिश्ता तोड़ लिया। इसके बाद भी संगीता पर कोई फर्क नहीं पड़ा। यह सब कुछ पता चलने के बाद पुलिस को एकाउंट के डिटेल से और जानकारी लगी तो उसे डॉक्टर को हिरासत में ले लिया गया। एवीडेंस डॉक्टर के खिलाफ थे तो उसने हत्या की पूरी कहानी बयां कर दी।
इस तरह दिया था हत्या को अंजाम
पुलिस के मुताबिक संगीता डॉक्टर के साथ रामबाग स्थित उसके फ्लैट पर ही रहा करती थी।
नवंबर 2022 से संगीता रामबाग वाले फ्लैट को अपने नाम करने के लिए डॉक्टर पर दबाव बनाने लगी थी।
डॉक्टर ने संगीता के नाम तीन एकाउंट खोलवाये थे। तीनों ज्वाइंट अकाउंट थे। संगीता रिलेशनशिप को नाम देने का भी दबाव बना रही थी।
डॉक्टर बेटी की शादी के बाद उससे शादी का आश्वासन दे रहा था। उसका कहना था कि फ्लैट उसने बेटी के लिए खरीदा है इसलिए उसके नाम नहीं करेगा।
पुलिस के मुताबिक पूछताछ में डॉक्टर ने बताया कि वह हमेशा धमकी और शादी कर पत्नी स्वीकार करने एवं फ्लैट अपने नाम करने को लेकर विवाद किया करती थी।
इससे संगीता डॉक्टर को गले की फांस लगने लगी थी तो छुटकारा पाने के लिए दोस्त के साथ मिलकर उसकी हत्या की योजना बनाई।
नवंबर 2022 में 14 और 15 की रात डॉक्टर ने प्लान के तहत अपने ही रामबाग वाले फ्लैट में संगीता का गला घोंट दिया। घर में घुसने से पहले उसे सीसीटीवी कैमरे ऑफ कर दिये थे।
हत्या से पहले संगीता ने जान बचाने के लिए संघर्ष किया था। यही वजह थी कि उसके कपड़े अस्तव्यस्त हो गए थे।
हत्या के बाद डॉक्टर मेन दरवाजे से बाहर आया और सीढिय़ों से होकर चला गया। उसका दोस्त कमरे का दरवाजा अंदर से बंद करके खिड़की के रास्ते निकल गया।
बॉडी को ठिकाने लगाने का मौका नहीं मिला और फ्लैट में ही पड़ी रही। हफ्ते भर बाद बदबू उठने पर अपार्टमेंट के लोगों द्वारा पुलिस को खबर दी गई तो मामला प्रकाश में आया था।
तब पहचानने से कर दिया था इंकार
कैंसर सर्जन डॉक्टर ने बेहद शातिर तरीके से घटना को अंजाम दिया था। खुद के फ्लैट में महिला की बॉडी मिली तो उसने पहचानने से ही इंकार कर दिया था। यहां तक कि वह उसका नाम तक पुलिस को बताने से कतरा रहा था। पुलिस को बॉडी अज्ञात में पोस्टमार्टम हाउस भेजनी पड़ी थी। काफी छानबीन के बाद पुलिस को उसके परिजनों व घर वालों का पता चला था। इसके बाद उसकी मां पोस्टमार्टम हाउस पहुंच कर मारी गई महिला की बॉडी को अपनी बेटी संगीता की बताई थी।
सत्येंद्र प्रसाद तिवारी
एसीपी कोतवाली