इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में दिन भर चला धरना, प्रॉक्टर से हॉट टॉक...फ्लैग लॉ के छात्र चाहते हैं 'प्रमोटÓ, एयू परीक्षा पर अड़ा, यूनिवर्सिटी का माहौल बिगड़ा
प्रयागराज (ब्यूरो)। एलएलबी के छात्रों को परीक्षा रद करके प्रमोट करने की मांग इलाहाबाद यूनिवर्सिटी ने सिरे से खारिज कर दी है। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि परीक्षा होगी और उसी के आधार पर ही नेक्स्ट क्लास/सेमेस्टर में प्रमोट किया जायेगा। यूनिवर्सिटी प्रशासन के इस फैसले के विरोध में बुधवार को दिन भर हंगामा और विरोध प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शन कर रहे छात्रों को समझाने की कोशिश करने पर चीफ प्राक्टर से हॉट टॉक और मिसविहैब किया गया। हाथापाई की नौबत भी आ गई। बाद में छात्र परीक्षा नियंत्रक कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए।
सात जुलाई से है परीक्षा
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में संचालित होने वाले एलएलबी और बीएएलएलबी कोर्सेज की परीक्षाएं सात जुलाई से प्रस्तावित हैं। अधूरे पाठ्यक्रम और बिगड़े सत्र का हवाला देकर छात्र परीक्षा की बजाय प्रमोट करने और पांचवें सेमेस्टर की कक्षाएं एक जुलाई से शुरू करने की मांग कर रहे हैं। इसको लेकर 20 जून को विधि छात्रों ने परीक्षा नियंत्रक कार्यालय के बाहर हंगामा किया था। चीफ प्राक्टर प्रो। हर्ष कुमार ने छात्रों को इवि के निर्णय से 22 जून को अवगत कराने के लिए कहा था। तय तारीख पर चीफ प्राक्टर छात्रों बीच पहुंचे और बताया कि इवि प्रशासन ने परीक्षा कराने का ही निर्णय लिया है। इस पर छात्र भड़क गए और परीक्षा नियंत्रक कार्यालय के बाहर धूप में धरना देना शुरू कर दिया।
पीछे-पीछे चल पड़े छात्र
करीब साढ़े तीन बजे चीफ प्राक्टर प्रो। हर्ष कुमार वहां से जाने लगे तो धरने पर बैठे छात्र नारेबाजी करते हुए उनके पीछे चल दिए। इससे भड़के चीफ प्राक्टर वापस लौटे और छात्रों को मुकदमा दर्ज कराने की चेतावनी दी। तब मामला बिगड़ गया और कहासुनी हो गई। चीफ प्राक्टर छात्रों की भीड़ में घुस गए। सुरक्षाकर्मियों ने चीफ प्राक्टर को वहां से निकाला। उधर, छात्रों ने एलान किया है कि जब तक उनको प्रमोट करने पर इवि प्रशासन निर्णय नहीं लेगा तब तक वे धरना खत्म नहीं करेंगे।
प्रदर्शन के दौरान छात्र बेहोश
इवि में चल रहे एलएलबी छात्रों के प्रदर्शन के दौरान एक छात्र गर्मी के कारण बेहोश हो गया। शताब्दी छात्रावास का छात्र पीयूष मिश्रा धूप में बैठकर धरना दे रहा था। इस दौरान उसकी तबियत खराब हो गई। विधि छात्र को आनन फानन में एंबुलेंस से स्वरूपरानी अस्पताल भेजा गया। जहां उसकी हालत खतरे से बाहर है और उसको ग्लूकोज चढ़ाया जा रहा है। छात्रों का आरोप है कि इवि प्रशासन की हठधर्मिता के कारण छात्रों को धूप में धरना देना पड़ रहा है।
लॉ कोर्स की परीक्षा सात जुलाई से होगी है और तय समय पर ही होगी। छात्रों की प्रमोट करने की मांग स्वीकार नहीं की गई है। उनको इस संबंध में उनके बीच जाकर अवगत करा दिया गया है।
प्रो। हर्ष कुमार, चीफ प्राक्टर